S Jaishankar: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कतर में एक सभा में भाषण देते हुए भारत के साथ व्यापार वार्ता को लेकर बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि भारत की ओर से जीरो टैरिफ का प्रस्ताव रखा गया है. अब इस मामले पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर का पलटवार सामने आया है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने डोनाल्ड ट्रंप के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता जटिल है. अभी कोई अंतिम समझौता नहीं हुआ है. दोनों देशों के बीच इन दिनों व्यापार को लेकर तनाव जैसा माहौल बना हुआ् है.
डोनाल्ड ट्रंप ने कतर में एक व्यापार मंच पर दावा किया कि भारत ने अमेरिका को ‘शून्य टैरिफ’ व्यापार सौदे की पेशकश की है. उन्होंने कहा कि भारत ने हमें ऐसा सौदा दिया, जिसमें वे हमसे कोई टैरिफ नहीं लेंगे. हालांकि ट्रंप ने इस बारे में और जानकारी नहीं दी. ट्रंप के इस बयान ना केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में हलचल मच गई. हालांकि एस जयशंकर ने संवाददाताओं से कहा कि भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता चल रही है. ये जटिल बातचीत है. जब तक सब कुछ तय न हो, कुछ भी तय नहीं. उन्होंने जोर दिया कि सौदा दोनों देशों के लिए फायदेमंद होना चाहिए. जयशंकर ने कहा कि समय से पहले कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा. भारत ने हमेशा पारस्परिक लाभ वाले सौदों पर जोर दिया है. यह सौदा दोनों अर्थव्यवस्थाओं के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है.
अमेरिका दौरे पर वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता फरवरी में तेज हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाशिंगटन यात्रा के बाद यह गति पकड़ी. दोनों देश 2025 की शरद ऋतु तक सौदे के पहले चरण को पूरा करना चाहते हैं. 9 अप्रैल को ट्रंप ने 90 दिन की टैरिफ राहत दी थी. यह अवधि जल्द खत्म होगी. वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल 17 से 20 मई तक इस पर चर्चा करने के लिए अमेरिका जाएंगे. उनकी यात्रा से सौदे को अंतिम रूप देने में मदद मिलेगी. भारत इस अवसर का पूरा लाभ उठाना चाहता है. दोनों देशों के बीच व्यापार संबंध मजबूत करने की कोशिश हो रही है. जयशंकर का बयान भारत की स्पष्ट नीति दर्शाता है. व्यापार सौदा तभी होगा, जब वह दोनों पक्षों के लिए फायदेमंद हो. दुनिया की नजर इस वार्ता के परिणाम पर टिकी है.