महिलाओं की परेशानी बढ़ा रही ये बीमारी, खानपान और जीवनशैली में बदलाव के आसान उपाय

गठिया (Arthritis) आजकल एक आम समस्या बन चुकी है, जो न केवल बुजुर्गों बल्कि युवाओं और बच्चों को भी प्रभावित कर रही है. जोड़ों में दर्द, सूजन और जकड़न जैसी समस्याएं गठिया के प्रमुख लक्षण हैं. 

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Relief from arthritis: गठिया (Arthritis) आजकल एक आम समस्या बन चुकी है, जो न केवल बुजुर्गों बल्कि युवाओं और बच्चों को भी प्रभावित कर रही है. जोड़ों में दर्द, सूजन और जकड़न जैसी समस्याएं गठिया के प्रमुख लक्षण हैं. 

पहले यह समस्या 40 की उम्र के बाद देखी जाती थी, लेकिन बदलती जीवनशैली के कारण अब कम उम्र के लोग भी इससे ग्रस्त हो रहे हैं. इस लेख में हम गठिया के दर्द से राहत पाने के लिए विशेषज्ञों की सलाह और खानपान से जुड़े उपायों पर चर्चा करेंगे.

गठिया के कारण और जोखिम

एम्स की वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. के अनुसार, गठिया अब किसी भी उम्र में हो सकता है. नवजात शिशुओं से लेकर बुजुर्गों तक, यह समस्या किसी को भी प्रभावित कर सकती है. इसका प्रमुख कारण है जोड़ों का गलत तरीके से उपयोग, जैसे लंबे समय तक मोबाइल फोन या लैपटॉप का इस्तेमाल, हाई हील्स पहनना, और व्यायाम की कमी. विशेष रूप से युवाओं में मोबाइल के अत्यधिक उपयोग से उंगलियों और जोड़ों में दर्द की शिकायत बढ़ रही है. इसके अलावा, अनुचित जीवनशैली और खानपान भी गठिया को बढ़ावा देते हैं.

गठिया में क्या खाएं?

डॉ. सलाह देती हैं कि गठिया से बचाव और राहत के लिए घर का बना संतुलित भोजन सबसे बेहतर है. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार, अपनी थाली को रंग-बिरंगा बनाएं.

इसमें निम्नलिखित चीजें शामिल करें:

ताजे फल और सब्जियां: हरी पत्तेदार सब्जियां, गाजर, टमाटर और मौसमी फल पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं.

दालें और अनाज: मूंग, मसूर, चना दाल, रोटी और चावल जैसे खाद्य पदार्थ प्रोटीन और फाइबर प्रदान करते हैं.
दूध और दूध से बने उत्पाद: दही, पनीर और छाछ कैल्शियम और विटामिन डी के अच्छे स्रोत हैं.
घी और स्वस्थ वसा: थोड़ी मात्रा में देसी घी जोड़ों को लुब्रिकेट करने में मदद करता है.

इन चीजों से करें परहेज

गठिया के मरीजों को बाहर का तला-भुना और प्रोसेस्ड खाना खाने से बचना चाहिए. ट्रांस फैट युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे फास्ट फूड और पैकेज्ड स्नैक्स, सूजन को बढ़ा सकते हैं और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ाते हैं. इसके अलावा, अत्यधिक चीनी और नमक का सेवन भी जोड़ों की सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है.

जीवनशैली में बदलाव

खानपान के साथ-साथ कुछ जीवनशैली बदलाव गठिया के दर्द को कम करने में मददगार हैं:

नियमित व्यायाम और योग: रोजाना हल्का व्यायाम और योग, जैसे सूर्य नमस्कार और प्राणायाम, जोड़ों को लचीला बनाते हैं.

पर्याप्त नींद: 6-8 घंटे की नींद न लेने से ऑक्सीडेटिव तनाव बढ़ता है, जो सूजन और गठिया को बढ़ावा देता है.
वजन नियंत्रण: अतिरिक्त वजन जोड़ों पर दबाव डालता है, इसलिए संतुलित वजन बनाए रखें.

गठिया के लक्षण और चेतावनी

गठिया के सामान्य लक्षणों में जोड़ों में दर्द, सूजन और जकड़न शामिल हैं. लेकिन अगर आपको निम्नलिखित लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:

  • दर्द के साथ बुखार
  • मुंह में छाले या चेहरे पर रैशेज
  • अत्यधिक बाल झड़ना
  • सांस लेने में तकलीफ
  • जोड़ों में सूजन और लालिमा

इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें, क्योंकि यह गठिया के गंभीर रूप का संकेत हो सकता है. गठिया एक ऐसी स्थिति है जिसे सही खानपान और जीवनशैली अपनाकर नियंत्रित किया जा सकता है. संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और पर्याप्त नींद के साथ आप इस समस्या से राहत पा सकते हैं. डॉ. ऊमा कुमार की सलाह मानें और अपनी थाली को पौष्टिक और रंग-बिरंगी बनाएं. यदि लक्षण गंभीर हों, तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें.