रूस-यूक्रेन युद्ध अपने चौथे वर्ष में प्रवेश कर चुका है और इस बीच तनाव और बढ़ता नजर आ रहा है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कीव को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर बातचीत से शांति नहीं हुई तो विशेष सैन्य अभियान तेज किया जाएगा.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की की महत्वपूर्ण बैठक से ठीक पहले यह बयान आया है, जो युद्ध समाप्ति की दिशा में एक बड़ा कदम हो सकता है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस घटनाक्रम को गंभीरता से देखा जा रहा है, क्योंकि यह क्षेत्रीय स्थिरता को प्रभावित कर सकता है.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को स्पष्ट शब्दों में कहा कि मॉस्को का विश्वास है कि यूक्रेन शांतिपूर्ण समाधान नहीं चाहता. उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर राजनयिक प्रयास असफल साबित हुए तो रूस विशेष सैन्य अभियान के माध्यम से अपने लक्ष्यों को हासिल करेगा. रूसी राज्य समाचार एजेंसी तास के अनुसार, पुतिन ने कीव प्रशासन पर आरोप लगाया कि वह मामले को शांतिपूर्वक सुलझाने में रुचि नहीं दिखा रहा. यह बयान ऐसे समय में आया जब युद्ध की थकान दोनों पक्षों पर साफ दिखाई दे रही है, लेकिन समझौते की राह अभी भी अस्पष्ट है. विशेषज्ञों का मानना है कि पुतिन का यह रुख वार्ता की मेज पर रूस की स्थिति को मजबूत करने का प्रयास है.
यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने घोषणा की है कि वह इस सप्ताहांत फ्लोरिडा में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे. इस बैठक का मुख्य उद्देश्य युद्ध समाप्ति और यूक्रेन की भविष्य सुरक्षा गारंटी पर चर्चा करना है. ज़ेलेंस्की ने पत्रकारों से कहा कि रविवार को होने वाली इस वार्ता में एक 20-सूत्रीय शांति योजना की समीक्षा की जाएगी, जो लगभग अंतिम रूप में है.
उन्होंने बताया कि योजना के अधिकांश बिंदुओं पर सहमति बन चुकी है, लेकिन यूरोपीय देशों को इसमें शामिल करने की कोशिश की जा रही है. हालांकि, समय की कमी के कारण यह चुनौतीपूर्ण हो सकता है. ज़ेलेंस्की ने जोर दिया कि यूक्रेन समझौता करने को तैयार है और अगर रूस भी सहमत होता है तो पूर्वी क्षेत्रों से अपनी सेनाएं पीछे हटा सकता है. इन क्षेत्रों को विसैन्यीकृत जोन बनाया जाएगा, जिसकी निगरानी अंतरराष्ट्रीय शांति बल करेंगे.