कर्नाटक में सत्ता स्थिर! सिद्धारमैया रहेंगे मुख्यमंत्री, कोई नेतृत्व परिवर्तन नहीं

कर्नाटक की राजनीति में पिछले कुछ समय से मुख्यमंत्री पद को लेकर अटकलों का बाजार गर्म था. चर्चा थी कि उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार सिद्धारमैया की जगह ले सकते हैं.

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DK Shivakumar: कर्नाटक की राजनीति में पिछले कुछ समय से मुख्यमंत्री पद को लेकर अटकलों का बाजार गर्म था. चर्चा थी कि उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार सिद्धारमैया की जगह ले सकते हैं. हालांकि, कांग्रेस हाईकमान ने इन अटकलों पर विराम लगाते हुए स्पष्ट कर दिया है कि फिलहाल कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन का कोई इरादा नहीं है. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया अपने पद पर बने रहेंगे, और पार्टी सरकार की स्थिरता पर जोर दे रही है. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस आलाकमान ने सिद्धारमैया के नेतृत्व में भरोसा जताया है.

रणदीप सुरजेवाला की भूमिका

कर्नाटक में कांग्रेस के अंदरूनी असंतोष को शांत करने के लिए पार्टी के महासचिव और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला सक्रिय हैं. उन्होंने सोमवार से बेंगलुरु में डेरा डाला और विधायकों के साथ एक-एक कर बैठकें शुरू कीं.

मंगलवार को भी उन्होंने बेंगलुरु शहर, बेंगलुरु ग्रामीण, चामराजनगर, मैसूर, दक्षिण कन्नड़ और कोलार के लगभग 20 विधायकों से मुलाकात की. सोमवार को चिकबल्लापुर और कोलार के विधायकों के साथ उनकी चर्चा हुई थी. इन बैठकों का उद्देश्य विधायकों की शिकायतों को सुनना और सरकार के कामकाज पर फीडबैक लेना है.

फंड आवंटन में देरी

सुरजेवाला ने स्पष्ट किया कि उनकी बैठकें नेतृत्व परिवर्तन से नहीं, बल्कि संगठनात्मक समीक्षा से जुड़ी हैं. उन्होंने कहा कि ये मुलाकातें कांग्रेस की पांच गारंटी योजनाओं की प्रगति का आकलन करने और विधानसभा क्षेत्रों में विकास कार्यों की स्थिति जानने के लिए हैं.

कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के दो साल पूरे होने पर पार्टी लंबित परियोजनाओं की समीक्षा कर रही है. कुछ विधायकों, जैसे कगवाड़ के राजू कागे, ने प्रशासन और फंड आवंटन में देरी की शिकायत की थी, जिसे पार्टी गंभीरता से ले रही है.

सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ने हाल ही में एकजुटता का प्रदर्शन किया. दोनों नेताओं ने मैसूर में एक साथ मीडिया को संबोधित कर सरकार की मजबूती का दावा किया. कांग्रेस का कहना है कि उनकी सरकार पांच साल तक स्थिर रहेगी.