Rajnath Singh in Morocco: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 50% टैरिफ लगाए जाने पर संयमित प्रतिक्रिया दी है. मोरक्को में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हम बड़े दिल वाले हैं. हम हर बात पर तुरंत प्रतिक्रिया नहीं देते. यह टिप्पणी अमेरिका के उस फैसले के बाद आई है, जिसमें भारत द्वारा रूसी कच्चे तेल की खरीद पर 25% अतिरिक्त शुल्क भी शामिल है. इस कदम से भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में तनाव बढ़ा है. सिंह ने संकेत दिया कि भारत इस मुद्दे पर विचार-विमर्श के बाद ही कोई कदम उठाएगा.
रक्षा मंत्री ने मोरक्को के बेरेचिड में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स के व्हील्ड आर्मर्ड प्लेटफॉर्म (WhAP) 8x8 के विनिर्माण संयंत्र का उद्घाटन किया. यह अफ्रीका में भारत का पहला रक्षा विनिर्माण संयंत्र है. सिंह ने इसे भारत के रक्षा क्षेत्र के लिए 'महत्वपूर्ण मील का पत्थर' बताया. उन्होंने कहा कि यह कदम भारत की रक्षा उत्पादन क्षमता को वैश्विक स्तर पर ले जाएगा. इस संयंत्र से न केवल भारत की रक्षा तकनीक को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे.
राष्ट्रीय सुरक्षा पर बोलते हुए राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र किया, जिसमें भारत ने आतंकवादी शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी. उन्होंने कहा कि पहलगाम में आतंकवादियों ने पीड़ितों का धर्म पूछा, लेकिन भारत ने केवल उनके कर्मों को देखा. सिंह ने भारत की नीति को स्पष्ट करते हुए कहा कि हमने न तो नागरिकों को निशाना बनाया और न ही सैन्य प्रतिष्ठानों को. उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसा चरित्र केवल भारत ही दिखा सकता है.
रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर (पीओके) के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि पीओके जल्द ही भारत का हिस्सा होगा. वहां के लोग भी अब यह मांग कर रहे हैं. सिंह ने पांच साल पहले कश्मीर में दिए अपने बयान को दोहराया, जिसमें उन्होंने कहा था कि हमें पीओके पर हमला करने की जरूरत नहीं. वह पहले से ही हमारा है. एक दिन पीओके खुद कहेगा, मैं भी भारत हूं.' यह बयान भारत के दीर्घकालिक रुख को मजबूती देता है. राजनाथ सिंह की यह टिप्पणियां भारत की विदेश नीति, रक्षा सशक्तिकरण और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति दृढ़ संकल्प को दर्शाती हैं. अमेरिका के साथ तनाव के बावजूद भारत संयम और कूटनीति के रास्ते पर चल रहा है. वहीं, मोरक्को में रक्षा संयंत्र का उद्घाटन भारत की वैश्विक छवि को मजबूत करता है. पीओके और आतंकवाद के मुद्दे पर सिंह का बयान भारत की स्पष्ट नीति को रेखांकित करता है. आने वाले समय में भारत के इन कदमों पर वैश्विक समुदाय की नजर रहेगी.