अमेरिका-चीन व्यापार वॉर पर लगा 'सीजफायर', 90 दिनों तक दोनों देश नहीं लेंगे टैरिफ

स्विट्जरलैंड के जिनेवा में सप्ताहांत के दौरान हुई गहन व्यापार वार्ताओं के बाद  संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन ने सोमवार को अपनी अर्थव्यवस्थाओं के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया. दोनों देशों ने अगले 90 दिनों के लिए एक-दूसरे के उत्पादों पर लगाए गए टैरिफ को वापस लेने का समझौता किया.

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Courtesy: Social Media

US China Trade War: संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन ने सोमवार को अपनी अर्थव्यवस्थाओं के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया. दोनों देशों ने अगले 90 दिनों के लिए एक-दूसरे के उत्पादों पर लगाए गए टैरिफ को वापस लेने का समझौता किया. यह निर्णय वैश्विक व्यापार युद्ध को शांत करने की दिशा में एक सकारात्मक पहल है.

यह घोषणा स्विट्जरलैंड के जिनेवा में सप्ताहांत के दौरान हुई गहन व्यापार वार्ताओं के बाद आई. यह वार्ता इस साल की शुरुआत में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा चीनी आयात पर भारी टैरिफ लागू करने के बाद वाशिंगटन और बीजिंग के बीच पहली उच्च-स्तरीय चर्चा थी. दोनों पक्षों ने एक संयुक्त बयान में बताया कि इस समझौते के तहत अमेरिका चीनी सामानों पर टैरिफ को 145% से घटाकर 30% करेगा, जबकि चीन अमेरिकी आयात पर अपने टैरिफ को 125% से घटाकर 10% करेगा.

दोनों देशों के बीच बातचीत

चीनी उप प्रधानमंत्री हे लाइफेंग ने अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जेमीसन ग्रीर ने व्यापारिक संबंधों पर निरंतर चर्चा के लिए एक संयुक्त तंत्र स्थापित करने पर सहमति जताई. बेसेंट ने जिनेवा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमने यह महसूस किया कि हमारे साझा हित हैं और दोनों पक्ष अलगाव की राह पर नहीं जाना चाहते. यह समझौता दोनों देशों के बीच महीनों से चले आ रहे व्यापारिक गतिरोध को तोड़ने में सफल रहा, जिसने वैश्विक वित्तीय बाजारों में अस्थिरता पैदा की थी और मंदी की आशंकाओं को बढ़ाया था. इस खबर का असर तुरंत दिखाई दिया. 

वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए राहत

टैरिफ के अलावा, अमेरिकी अधिकारियों ने चीन से फेंटेनाइल जैसे नशीले पदार्थों के उत्पादन में उपयोग होने वाले रासायनिक पदार्थों के निर्यात पर भी चिंता जताई. बेसेंट ने कहा कि चीन अमेरिका में फेंटेनाइल संकट की गंभीरता को समझता है. हालांकि, फेंटेनाइल तस्करी के जवाब में ट्रम्प द्वारा लगाया गया चीनी निर्यात पर 20% का दंडात्मक टैरिफ अभी भी लागू रहेगा. यह समझौता वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए राहत की सांस लेकर आया है.