Uttarakhand flood: थराली में टुनरी गधेरे में बादल फटने के कारण चेपडो और राड़ीबगड़ में भयावह स्थिति उत्पन्न हो गई. कई घरों में चार फीट तक मलबा घुस गया, जिससे कई वाहन मलबे में दब गए. थराली बाजार और कोटदीप तहसील परिसर में भी मलबा जमा हो गया.
सागवाड़ा गांव में एक लड़की और एक बुजुर्ग के मलबे में दबने की दुखद खबर सामने आई है. इसके अलावा, थराली-ग्वालदम मार्ग सहित कई सड़कें मलबे के कारण अवरुद्ध हो गई हैं, जिससे आवागमन ठप हो गया है.
नदियों का बढ़ता जल स्तर
लगातार बारिश के कारण चमोली जिले की पीड़र और प्राणमती नदियों का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. चेपड़ों बाजार में कई दुकानें मलबे की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गई हैं. खराब मौसम के चलते क्षेत्र के तीनों विकासखंडों थराली, देवाल और नारायणबगड़के स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है.
राहत और बचाव कार्य में तेजी
चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस टीमें राहत कार्यों में जुटी हैं. अवरुद्ध सड़कों को खोलने और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य तेजी से चल रहा है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अभिषेक गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की एक विशेष टीम, जिसमें चार चिकित्सा अधिकारी, छह स्टाफ नर्स, एक फार्मासिस्ट और एक एंबुलेंस तैनात की गई है, मौके पर कार्यरत है.
चुनौतियों के बीच राहत कार्य
खराब मौसम के कारण बचाव कार्यों में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. फिर भी, आपदा प्रबंधन की टीमें दिन-रात प्रभावितों की मदद के लिए तत्पर हैं. प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराने और आवश्यक सहायता प्रदान करने की व्यवस्था की गई है.