India-US Postal Service: अमेरिका के साथ व्यापारिक तनाव और नए टैरिफ नियमों के बीच भारत ने एक सख्त कदम उठाया है. यह निर्णय अमेरिका के नए कस्टम नियमों के जवाब में लिया गया है, जो अंतरराष्ट्रीय डाक शिपमेंट पर शुल्क लागू करते हैं.
अमेरिका के नए कस्टम नियम और टैरिफ नीति
ट्रंप प्रशासन ने 30 जुलाई 2025 को एक कार्यकारी आदेश जारी किया, जिसमें 800 डॉलर तक के सामान पर मिलने वाली सीमा शुल्क छूट को समाप्त कर दिया गया. हालांकि, दस्तावेजों और 100 अमेरिकी डॉलर तक के गिफ्ट आइटम को इस शुल्क से छूट दी गई है.
डाक सेवाओं पर असर
अमेरिकी कस्टम और बॉर्डर प्रोटेक्शन (CBP) ने 15 अगस्त 2025 को निर्देश जारी किया कि परिवहन वाहक और क्वालिफाइड पक्षों को अंतरराष्ट्रीय डाक खेप पर सीमा शुल्क जमा करना होगा. इसके जवाब में भारत ने अमेरिका के लिए डाक सेवाएं बंद करने का फैसला किया.
भारतीय डाक विभाग ने स्पष्ट किया कि जिन ग्राहकों ने पहले से सामान बुक किया है, जो अब नए नियमों के कारण अमेरिका नहीं भेजा जा सकता, वे डाक शुल्क वापसी के लिए आवेदन कर सकते हैं.
डाक सेवाओं की जल्द बहाली की उम्मीद
भारतीय डाक विभाग ने कहा कि वह अमेरिका के लिए डाक सेवाओं को जल्द से जल्द बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. विभाग ने यह भी आश्वासन दिया कि वह समय-समय पर प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) के माध्यम से अपडेट साझा करता रहेगा.
साथ ही अमेरिकी कस्टम और बॉर्डर प्रोटेक्शन (CBP) और यूनाइटेड स्टेट्स पोस्टल सर्विस (USPS) से निर्देश प्राप्त होते ही सेवाएं फिर से शुरू करने के लिए त्वरित कदम उठाए जाएंगे. यह कदम भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्तों में नया मोड़ ला सकता है. दोनों देशों के बीच टैरिफ और व्यापार नीतियों को लेकर चल रहे तनाव ने इस स्थिति को और बिगाड़ दिया है.