अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ा तनाव, तालिबान के जवाबी हमलों में 18 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत

Pakistani-Afghanistan Tension: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा विवाद बढ़ता जा रहा है. हेलमंद प्रांत में तालिबान बलों ने डूरंड रेखा के पास रात भर चले अभियान में 15 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया.

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Courtesy: X (@PakArmyc, @FreeTavana)

Pakistani-Afghanistan Tension: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा विवाद बढ़ता जा रहा है. हेलमंद प्रांत में तालिबान बलों ने डूरंड रेखा के पास रात भर चले अभियान में 15 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया. प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता मौलवी मोहम्मद कासिम रियाज़ ने बताया कि इस कार्रवाई में तालिबान ने तीन पाकिस्तानी सैन्य चौकियों पर कब्जा कर लिया. साथ ही, बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी ज़ब्त किए गए. यह कार्रवाई पाकिस्तान के हालिया हवाई हमलों के जवाब में की गई.

इस हफ़्ते की शुरुआत में पाकिस्तान ने काबुल और पक्तिका प्रांतों में हवाई हमले किए. तालिबान के नेतृत्व वाले अफ़ग़ान रक्षा मंत्रालय ने इन हमलों को अफ़ग़ान संप्रभुता का उल्लंघन बताया.  काबुल में गुरुवार को दो और पक्तिका में एक विस्फोट हुआ, जिसके लिए तालिबान ने पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया. इन हमलों के बाद तालिबान ने सीमा पर जवाबी कार्रवाई शुरू की.

पाकिस्तानी ठिकानों को बनाया निशाना

तालिबान ने हेलमंद, कंधार, ज़ाबुल, पक्तिया, खोस्त, नंगरहार, पक्तिका और कुनार प्रांतों में पाकिस्तानी ठिकानों को निशाना बनाया. ये सभी क्षेत्र पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा के नज़दीक हैं. रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इनायत ख़ोवाराज्म ने कहा कि तालिबान बलों ने सफल अभियान चलाया, जो आधी रात को समाप्त हुआ. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान ने फिर से हमला किया, तो अफ़ग़ान सेना मजबूती से जवाब देगी. पाकिस्तान ने गुरुवार के हवाई हमलों की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. हालांकि, इस्लामाबाद ने अफगानिस्तान से तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के ख़िलाफ कार्रवाई की मांग की है. पाकिस्तान का दावा है कि टीटीपी आतंकवादी अफ़ग़ान धरती से अपनी गतिविधियाँ चला रहे हैं. इस मुद्दे ने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है.

डूरंड को लेकर विवाद

अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव कोई नई बात नहीं है. डूरंड रेखा को लेकर दोनों देशों के बीच लंबे समय से विवाद रहा है. तालिबान के सत्ता में आने के बाद से यह तनाव और गहरा गया है. पाकिस्तान का कहना है कि अफगानिस्तान में टीटीपी को पनाह दी जा रही है, जबकि तालिबान इन आरोपों को खारिज करता है. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर दोनों देशों के बीच बातचीत नहीं हुई, तो यह तनाव क्षेत्रीय स्थिरता को प्रभावित कर सकता है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है.