Shashi Tharoor: कांग्रेस सांसद शशि थरूर एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं. उन्होंने न्यूयॉर्क में भारतीय-अमेरिकी समुदाय और मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद नया मानदंड स्थापित किया है. थरूर ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान में बैठे लोग अब भारतीयों की हत्या बिना सजा के नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि इसकी कीमत चुकानी होगी.
थरूर ने ऑपरेशन सिंदूर की सराहना की. यह भारत की सटीक सैन्य कार्रवाई थी. इसके तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया. थरूर ने कहा कि हमने आतंकवादियों को जवाब दिया. अगर वे रुक गए, तो हम भी रुक गए. यह 88 घंटे का ऑपरेशन था. भारत ने इसमें संयम और सटीकता दिखाई.
थरूर ने कहा कि भारत का धैर्य अब खत्म हो चुका है. 26/11, उरी और पुलवामा जैसे हमलों के बाद भारत और सख्त हुआ है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अब बिना दंड के हमला करने की छूट नहीं मिलेगी. भारत ने स्पष्ट किया कि आतंकवाद बर्दाश्त नहीं होगा. थरूर ने कहा कि हमने आत्मरक्षा का अधिकार इस्तेमाल किया.
थरूर ने जोर देकर कहा कि भारत युद्ध नहीं चाहता. उन्होंने कहा कि हम अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करना चाहते हैं. हम अपने लोगों को 21वीं सदी में ले जाना चाहते हैं. भारत की कोई क्षेत्रीय महत्वाकांक्षा नहीं है. लेकिन पाकिस्तान भारत के क्षेत्र पर नजर रखता है. वह आतंकवाद के जरिए मकसद हासिल करना चाहता है. यह भारत को स्वीकार नहीं है.
थरूर एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं. इसमें सरफराज अहमद, गंटी हरीश मधुर, शशांक मणि त्रिपाठी, भुवनेश्वर कलिता, मिलिंद देवड़ा, तेजस्वी सूर्या और पूर्व राजदूत तरनजीत संधू शामिल हैं. यह दल गुयाना, पनामा, कोलंबिया, ब्राजील और अमेरिका का दौरा करेगा. इसका मकसद आतंकवाद के खिलाफ भारत का रुख दुनिया को बताना है. प्रतिनिधिमंडल 3 जून को अमेरिका लौटेगा.
आतंकियों ने धर्म के आधार पर पर्यटकों को निशाना बनाया. प्रतिरोध मोर्चा ने पहले हमले की जिम्मेदारी ली, फिर मुकर गया. थरूर ने इसकी कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि यह हमला क्रूर और लक्षित था. थरूर ने कहा कि भारत ने शांति के लिए हर कोशिश की. डोजियर दाखिल किए. कूटनीतिक बातचीत की. लेकिन पाकिस्तान ने इनकार किया. आतंकियों पर कार्रवाई नहीं हुई. थरूर ने कहा कि पाकिस्तान में आतंकी ढांचे बने हुए हैं. अब भारत जवाब देगा.