बांग्लादेश हाई कमिश्नर को MEA ने किया तलब, ढाका में भारतीय मिशन की सुरक्षा पर चिंता

केंद्र सरकार ने ढाका में भारतीय दूतावास की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई है. विदेश मंत्रालय ने बुधवार को बांग्लादेश के हाई कमिश्नर एम. रियाज हामिदुल्लाह को तलब किया.

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केंद्र सरकार ने ढाका में भारतीय दूतावास की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई है. विदेश मंत्रालय ने बुधवार को बांग्लादेश के हाई कमिश्नर एम. रियाज हामिदुल्लाह को तलब किया. यह कदम हाल के विरोध प्रदर्शनों और एक नेता के भारत विरोधी बयान के बाद उठाया गया.

नेशनल सिटीजंस पार्टी के नेता हसनत अब्दुल्ला ने सार्वजनिक भाषण में धमकी दी. उन्होंने कहा कि अगर बांग्लादेश को अस्थिर किया गया तो उत्तर-पूर्व के अलगाववादियों को शरण दी जाएगी. साथ ही सेवन सिस्टर्स को भारत से अलग-थलग कर दिया जाएगा. अब्दुल्ला भारत विरोधी रुख के लिए जाने जाते हैं. यह बयान ढाका में केंद्रीय शहीद मीनार पर दिया गया. वहां मौजूद कुछ लोग तालियां बजाते दिखे. भारतीय मिशन के बाहर विरोध प्रदर्शन भी इसी संदर्भ में हो रहे हैं. सरकार ने इन धमकियों को गंभीरता से लिया.

विजय दिवस के ठीक बाद कार्रवाई

यह घटना बांग्लादेश के विजय दिवस के एक दिन बाद हुई. 16 दिसंबर को बांग्लादेश ने 1971 की आजादी की सालगिरह मनाई. यह दिन भारत की पाकिस्तान पर जीत का भी प्रतीक है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को बांग्लादेश को बधाई दी. एक्स पर पोस्ट किया कि विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन, अंतरिम सरकार और बांग्लादेश के लोगों को विजय दिवस की शुभकामनाएं. दोनों देशों ने एक-दूसरे के युद्ध वेटरनों को आमंत्रित किया. भारत से आठ वेटरन और दो अधिकारी ढाका पहुंचे. बांग्लादेश से भी दल कोलकाता गया.

हाई कमिश्नर का दोस्ती का संदेश

दिल्ली में बांग्लादेश दूतावास ने विजय दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया. हाई कमिश्नर हामिदुल्लाह ने कहा कि बांग्लादेश अपनी युवा आबादी की आकांक्षाएं पूरी करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने जोर दिया कि भारत के साथ संबंध आपसी हित में हैं. दोनों देश एक-दूसरे पर निर्भर हैं. क्षेत्र में समृद्धि, शांति और सुरक्षा पर फोकस है. बोले कि हमारा मानना है कि भारत के साथ संबंध हमारे साझा हित में हैं. हमारी आपसी निर्भरता है. हामिदुल्लाह ने संबंधों को गहरा और बहुआयामी बताया. भविष्य में विश्वास, सम्मान और गरिमा पर आधारित रिश्ते की उम्मीद जताई. यह तलब दोनों देशों के बीच चल रहे तनाव को दिखाता है. 1971 के युद्ध में भारत ने बांग्लादेश की आजादी में बड़ी भूमिका निभाई. फिर भी हाल के घटनाक्रम से रिश्तों में खटास आई है.