Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन को टॉमहॉक मिसाइलें देने पर संदेह जताया है. उन्होंने कहा कि अमेरिका अपने मिसाइल भंडार को खत्म नहीं कर सकता. व्हाइट हाउस में गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि हमारे पास टॉमहॉक मिसाइलें हैं, लेकिन हमें इनकी जरूरत है. हम अपने देश की सुरक्षा के लिए इन्हें कम नहीं कर सकते. यह बयान यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ उनकी शुक्रवार को होने वाली बैठक से पहले आया है.
ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की. इस दौरान उन्होंने यूक्रेन को टॉमहॉक मिसाइलें देने की संभावना पर चर्चा की. ट्रंप ने बताया कि पुतिन को यह विचार पसंद नहीं आया. ट्रंप ने कहा कि पुतिन नहीं चाहते कि टॉमहॉक मिसाइलें रूस की ओर जाएं. रूस ने चेतावनी दी है कि ऐसी मिसाइलों की आपूर्ति से अमेरिका-रूस संबंध खराब हो सकते हैं. पुतिन ने कहा कि इससे दोनों देशों के बीच सकारात्मक रुझान नष्ट हो जाएंगे.
2022 में रूस के आक्रमण के बाद से यूक्रेन लंबी दूरी की मिसाइलों की मांग कर रहा है. इन मिसाइलों की मारक क्षमता 2,500 किलोमीटर है, जिससे मास्को भी निशाने पर आ सकता है. ज़ेलेंस्की ने हाल ही में ट्रंप से मजबूत सैन्य समर्थन की मांग की थी. ट्रंप ने पहले कहा था कि शायद मैं यूक्रेन को मिसाइलें दूं. लेकिन अब उन्होंने साफ किया कि वह मिसाइलें देने से पहले युद्ध के समाधान की शर्त रख सकते हैं. उन्होंने कहा कि अगर युद्ध नहीं रुका, तो हम मिसाइलें दे सकते हैं, या शायद नहीं. शुक्रवार को ज़ेलेंस्की व्हाइट हाउस में ट्रंप से मुलाकात करेंगे. यह उनकी जनवरी के बाद तीसरी वाशिंगटन यात्रा होगी. इस बैठक में वायु रक्षा और लंबी दूरी की मिसाइलों पर चर्चा होगी. ट्रंप ने कहा कि हां, मैं ज़ेलेंस्की की मेजबानी करूंगा. यूक्रेन रूस के खिलाफ जवाबी हमलों के लिए अमेरिकी समर्थन चाहता है.
ट्रंप ने घोषणा की कि वह जल्द ही पुतिन से हंगरी के बुडापेस्ट में मिलेंगे. यह बैठक दो हफ्तों में हो सकती है. इससे पहले अगस्त में दोनों अलास्का में मिले थे, लेकिन कोई कूटनीतिक सफलता नहीं मिली. ट्रंप को उम्मीद थी कि पुतिन के साथ उनके पुराने संबंध युद्ध को सुलझाने में मदद करेंगे, लेकिन वह निराश हुए. रूस ने चेतावनी दी है कि टॉमहॉक मिसाइलों की आपूर्ति से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ेगा. पुतिन ने कहा कि इससे संबंध खराब होंगे. ट्रंप की टिप्पणियों से साफ है कि वह इस मुद्दे पर सावधानी बरत रहे हैं. वह युद्ध को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मिसाइलों की आपूर्ति को लेकर अंतिम फैसला नहीं लिया है.