HIV Prevention: ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV) वायरस असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित सुई के उपयोग, रक्त संक्रमण या गर्भवती मां से शिशु में प्रसव या स्तनपान के दौरान फैल सकता है.
यह धीरे-धीरे इम्यून सिस्टम को नष्ट करता है, जिससे सामान्य बीमारियां भी जानलेवा हो सकती हैं. जोखिम समूह में असुरक्षित यौन संबंध रखने वाले, नशीली दवाओं के लिए सुई का उपयोग करने वाले और HIV पॉजिटिव माताओं के नवजात शामिल हैं.
HIV के शुरुआती लक्षण
लेडी हार्डिंग अस्पताल के विशेषज्ञ डॉ. के अनुसार, HIV के शुरुआती लक्षण सामान्य वायरल संक्रमण जैसे हो सकते हैं, जिसके कारण लोग इन्हें अनदेखा कर देते हैं. संक्रमण के 2-4 सप्ताह बाद बुखार, गले में खराश, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और थकान जैसे लक्षण दिख सकते हैं.
कुछ मामलों में त्वचा पर लाल चकत्ते, लिम्फ नोड्स में सूजन और रात में पसीना भी आम है. तेजी से वजन घटना, बार-बार दस्त और लगातार कमजोरी भी प्रमुख संकेत हैं. ये लक्षण कुछ समय बाद कम हो सकते हैं, लेकिन वायरस शरीर में सक्रिय रहता है और इम्यून सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है.
बचाव के उपाय
HIV से बचने के लिए सुरक्षित यौन संबंध बनाएं, कंडोम का उपयोग करें. सुई, रेजर या ब्लेड साझा न करें. गर्भवती महिलाएं चिकित्सक की सलाह लें ताकि शिशु को संक्रमण से बचाया जा सके. केवल जांचा हुआ रक्त ही ट्रांसफ्यूजन के लिए उपयोग करें.
नशीली दवाओं से दूरी बनाएं और नियमित HIV जांच करवाएं. समय पर जांच और एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (ART) से इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है.