Urine Retention: लंबी मीटिंग्स, यात्रा, या साफ टॉयलेट की कमी के कारण कई लोग घंटों तक पेशाब रोकते हैं. यह आदत स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकती है. बार-बार पेशाब रोकने से यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (यूटीआई) से लेकर किडनी डैमेज तक की समस्याएं हो सकती हैं. आइए जानते हैं, यह आदत क्यों है खतरनाक और इसके क्या नुकसान हैं.
ब्लैडर की मांसपेशियों पर असर
बार-बार पेशाब रोकने से ब्लैडर की मांसपेशियां खिंचती हैं और कमजोर हो सकती हैं. इससे पेशाब पूरी तरह न निकलना, रुक-रुक कर पेशाब आना, या बार-बार कैथेटर की जरूरत पड़ सकती है. यह स्थिति जीवनशैली को प्रभावित कर सकती है.
दर्द और बेचैनी
सामान्य ब्लैडर में 300-500 मिलीलीटर पेशाब स्टोर हो सकता है. इससे ज्यादा पेशाब जमा होने पर पेट के निचले हिस्से में दर्द, बेचैनी, चिड़चिड़ापन, और ध्यान भटकने जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जो रोजमर्रा के कामकाज को प्रभावित करती हैं.
यूरिनरी स्टोन का खतरा
लंबे समय तक ब्लैडर में रुका पेशाब मिनरल्स को जमा कर सकता है, जो आगे चलकर पथरी का रूप ले लेता है. यह स्थिति दर्दनाक और खतरनाक हो सकती है.
किडनी को स्थायी नुकसान
पेशाब बार-बार रोकने से यूरिन किडनी की ओर वापस जा सकता है, जिससे किडनी को स्थायी क्षति हो सकती है.