दिलजीत दोसांझ ने खालिस्तानियों को खास तरीके से दिया जवाब, 'इक ओंकार' का दिया संदेश

दिलजीत ने किसी का नाम लिए बिना, रहस्यमयी अंदाज़ में कहा कि मैं हमेशा प्यार की बातें करता रहूंगा. मेरे लिए, यह धरती एक है. मेरे गुरु कहते हैं, 'इक ओंकार.' दिलजीत ने कहा कि मैं इसी धरती से पैदा हुआ हूं, मुझे इसी धरती से जीवन मिला है और एक दिन मैं इसी मिट्टी में लौट जाऊंगा.

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Courtesy: Pinterest

बॉलीवुड सिंगर दिलजीत दोसांझ एक बार फिर से चर्चे में है. खालिस्तानी समुदाय की ओर से धमकी मिलने के बाद उन्होंने  ब्रिस्बेन कॉन्सर्ट के दौरान मंच पर पंजाबी में एक भावुक संदेश दिया. जिसमें उन्होंने ईर्ष्या (jealousy) और ट्रोल्स पर प्यार की जीत की बात कही है. खालिस्तानी समुदाय ने दिलजीत से नाराजगी जताई थी क्योंकि उन्होंने अमिताभ बच्चन के पैर छुए थे.

दिलजीत ने किसी का नाम लिए बिना, रहस्यमयी अंदाज़ में कहा कि मैं हमेशा प्यार की बातें करता रहूंगा. मेरे लिए, यह धरती एक है. मेरे गुरु कहते हैं, 'इक ओंकार.' दिलजीत ने कहा कि मैं इसी धरती से पैदा हुआ हूं, मुझे इसी धरती से जीवन मिला है और एक दिन मैं इसी मिट्टी में लौट जाऊंगा. इसलिए, मेरी तरफ से सबके लिए सिर्फ़ प्यार है, चाहे कोई मुझसे जले या मुझे ट्रोल करे. 

दिलजीत का भावुक संदेश 

उन्होंने आगे कहा कि मैं हमेशा प्यार का संदेश फैलाता रहूंगा. मैंने हमेशा ऐसा ही किया है. पंजाबी आ गए ओए! खालिस्तानी आतंकवादी समूह ने धमकी देते हुए 1 नवंबर को मेलबर्न कॉन्सर्ट को बाधित करने की धमकी दी है. खालिस्तानी समुदाय का मानना है कि अमिताभ बच्चन ने 1984 में 'खून का बदला खून' का नारा लगाकर सिख नरसंहार को भड़काया. इसके बाद भी उन्होंने बिग बी  के पैर छुए.
 

क्यों खालिस्तानी ने किया विरोध?

दिलजीत का यह कृत्य 1984 सिख नरसंहार के पीड़ितों, विधवाओं और अनाथों का अपमान माना गया. समूह ने कहा कि 30,000+ सिखों की हत्या के लिए बच्चन जिम्मेदार है. आपको बता दें कि अमिताभ बच्चन पर कोई आधिकारिक आरोप नहीं है. यह दावा कट्टरपंथी सिख संगठनों की ओर से है.खालिस्तान के इस आरोप पर दिलजीत ने कोई सीधा जवाब नहीं दिया. हमेशा की तरह रहस्यमयी संदेश और प्यार की बात से जवाब देने की कोशिश की. दिलजीत पंजाब के मुद्दे पर हमेशा एक्टिव रहते हैं. खुद को सच्चा पंजाबी बताने वाले दिलजीत अक्सर अपने किसी ना किसी बयान की वजह से चर्चे में है.