Mumbai Airport Bomb Threat: मुंबई एयरपोर्ट पर बम धमकी! 3 कॉल्स ने उड़ाई मुंबई पुलिस की नींद, तलाशी अभियान जारी

मुंबई एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी भरे कॉल ने शुक्रवार को पुलिस को सतर्क कर दिया. तीन अलग-अलग नंबरों से कॉल आने के बाद बम स्क्वॉड ने एयरपोर्ट की गहन तलाशी ली, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला. धमकी झूठी पाई गई. पुलिस ने असम-पश्चिम बंगाल क्षेत्र से कॉल ट्रेस कर एफआईआर दर्ज की और जांच शुरू कर दी है.

Date Updated
फॉलो करें:
Courtesy: Social Media

शुक्रवार को मुंबई पुलिस कंट्रोल रूम में तीन अलग-अलग मोबाइल नंबरों से बम धमकी भरे कॉल आने के बाद शहर में हड़कंप मच गया. कॉल करने वाले व्यक्ति ने दावा किया कि मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल 2 पर बम रखा गया है और वहां जल्द ही जोरदार धमाका होने वाला है. इस सूचना के बाद मुंबई पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने त्वरित एक्शन लेते हुए एयरपोर्ट परिसर में व्यापक तलाशी अभियान चलाया.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घंटों की तलाशी के बावजूद पुलिस को किसी भी प्रकार का विस्फोटक या संदिग्ध वस्तु नहीं मिली. इसके बाद यह स्पष्ट हुआ कि यह धमकी झूठी थी, लेकिन पुलिस इसे हल्के में नहीं ले रही है.

अलर्ट मोड पर आई सुरक्षा एजेंसियां

धमकी मिलते ही पुलिस, बम स्क्वॉड और डॉग स्क्वॉड की टीम एयरपोर्ट पहुंची. टर्मिनल 2 सहित सभी प्रमुख स्थानों की गहन तलाशी ली गई. पूरे तलाशी अभियान के दौरान यात्रियों की सुरक्षा के लिए एहतियातन कुछ क्षेत्रों को आंशिक रूप से बंद किया गया. सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया और सभी आगंतुकों और सामानों की जांच बढ़ा दी गई.

संदिग्ध कॉलर की लोकेशन का पता चला

प्रारंभिक जांच में पुलिस को जानकारी मिली कि धमकी भरे तीनों कॉल असम और पश्चिम बंगाल की सीमा क्षेत्र से किए गए थे. कॉल की लोकेशन ट्रेस करने के लिए साइबर सेल और तकनीकी विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है. पुलिस ने अज्ञात कॉलर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

कड़ी कार्रवाई की चेतावनी

मुंबई पुलिस ने स्पष्ट किया कि इस तरह की झूठी धमकियां न केवल सुरक्षा बलों की ऊर्जा और संसाधनों की बर्बादी करती हैं, बल्कि यात्रियों और नागरिकों के बीच अनावश्यक दहशत भी फैलाती हैं. पुलिस ने कहा है कि दोषी व्यक्ति की पहचान कर जल्द गिरफ्तारी की जाएगी और उस पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी. फिलहाल पुलिस सभी संभावित एंगल से मामले की जांच कर रही है, जिसमें यह भी देखा जा रहा है कि कहीं किसी बड़ी साजिश के तहत तो यह झूठी धमकी नहीं दी गई थी.