Defence Secretary: रक्षा सचिव ने हाल ही में घोषणा की कि भारत वैश्विक ड्रोन महाशक्ति बनने की दिशा में सक्रिय रूप से प्रयास कर रहा है. यह कथन तकनीकी और रक्षा क्षेत्र में भारत की बढ़ती महत्वाकांक्षा को दर्शाता है. ड्रोन तकनीक में आत्मनिर्भरता और नवाचार के माध्यम से भारत वैश्विक मंच पर अपनी स्थिति मजबूत करना चाहता है.
रक्षा सचिव ने दी जानकारी
रक्षा सचिव ने बताया कि भारत ड्रोन प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है. सरकार ने इस क्षेत्र में अनुसंधान, विकास और विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए कई नीतियां और योजनाएं लागू की हैं. स्वदेशी ड्रोन निर्माण पर जोर देते हुए, भारत ने रक्षा, कृषि, आपदा प्रबंधन और निगरानी जैसे क्षेत्रों में ड्रोन के उपयोग को विस्तार दिया है.
आत्मनिर्भर भारत
आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत ड्रोन उद्योग को बढ़ावा देना सरकार की प्राथमिकता है. स्टार्टअप और निजी कंपनियों को प्रोत्साहित करने के लिए ड्रोन नियमों को सरल बनाया गया है. रक्षा सचिव ने कहा कि भारत न केवल अपने लिए बल्कि वैश्विक बाजार के लिए भी उच्च गुणवत्ता वाले ड्रोन का निर्माण करेगा.
इससे न केवल रक्षा क्षेत्र मजबूत होगा बल्कि रोजगार सृजन और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा. भारत का लक्ष्य ड्रोन तकनीक में दुनिया का अग्रणी बनना है. उन्नत ड्रोन सिस्टम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के एकीकरण के साथ, भारत वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनने की ओर अग्रसर है. यह कदम भारत को रक्षा और तकनीकी निर्यात में अग्रणी बनाने में मदद करेगा.