Harvard: हार्वर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ रहे अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है. होमलैंड सुरक्षा विभाग (DHS) ने विश्वविद्यालय के छात्र और विनिमय आगंतुक कार्यक्रम (SEVP) प्रमाणन को रद्द कर दिया है. यदि यह निर्णय लागू रहा, तो अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को या तो हार्वर्ड छोड़ना होगा या अमेरिका में उनकी कानूनी स्थिति खत्म हो जाएगी.
DHS ने गुरुवार को हार्वर्ड का SEVP प्रमाणन रद्द कर दिया. यह फैसला विश्वविद्यालय द्वारा विरोध प्रदर्शनों में शामिल छात्रों की जानकारी DHS को देने के बाद आया है. SEVP प्रमाणन के बिना हार्वर्ड F-1 और M-1 वीजा वाले छात्रों को नामांकन नहीं दे सकता. ये वीजा अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए सबसे आम हैं.
हार्वर्ड क्रिमसन अखबार के अनुसार, SEVP प्रमाणन रद्द होने से अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की पढ़ाई पर असर पड़ेगा. यदि स्थिति बहाल नहीं हुई, तो हार्वर्ड अगले बैच में अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को दाखिला नहीं दे पाएगा. मौजूदा छात्रों को दूसरे SEVP-प्रमाणित विश्वविद्यालय में स्थानांतरण करना होगा. लेकिन कई स्कूलों में स्थानांतरण की समय सीमा मार्च में होती है. तब तक छात्रों की वीजा स्थिति अनिश्चित रहेगी. हार्वर्ड ने DHS के फैसले को गैरकानूनी बताया है.
शिकागो विश्वविद्यालय की प्रोफेसर निकोल हैलेट ने कहा कि जिन छात्रों ने स्नातक की सभी जरूरतें पूरी कर ली हैं, वे डिग्री ले सकते हैं. लेकिन जो पढ़ाई के बीच में हैं, उनके लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं. इमिग्रेशन वकील भुवन्या विजय ने बताया कि DHS ने कोई समय सीमा नहीं दी. हम छात्रों को जल्द से जल्द स्थानांतरण की सलाह देते हैं. वैकल्पिक व्यावहारिक प्रशिक्षण (OPT) में शामिल छात्रों के लिए स्थानांतरण संभव नहीं है. OPT स्नातक होने के बाद तीन साल तक अमेरिका में काम करने की अनुमति देता है. कैलिफोर्निया के एक संघीय न्यायाधीश ने अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की कानूनी स्थिति खत्म करने वाले आदेश को रोक दिया है. लेकिन यह हार्वर्ड के SEVP मामले से जुड़ा नहीं है. इसलिए यह राहत छात्रों को विश्वविद्यालय में बनाए रखने में मदद नहीं करेगी.