India-Pakistan tension in UNSC: जनवरी 2025 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का अस्थायी सदस्य चुने जाने के बाद, पाकिस्तान को जुलाई 2025 के लिए परिषद की अध्यक्षता मिली है. UNSC की अध्यक्षता अल्फाबेटिक क्रम में 15 सदस्यों (5 स्थायी और 10 अस्थायी) के बीच रोटेट होती है, और इस बार पाकिस्तान की बारी आई.
अध्यक्षता मिलते ही पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ पुराना कश्मीर राग छेड़ दिया. संयुक्त राष्ट्र में पाकistani राजदूत असीम इफ्तिखार अहमद ने कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने की कोशिश की और कहा कि इस मुद्दे का समाधान UNSC को करना चाहिए. उन्होंने दावा किया कि कश्मीर भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव का प्रमुख कारण है और इसे UN के प्रावधानों के तहत सुलझाना जरूरी है.
शिमला समझौता रद्द तो बौखलाया पाक
पाकिस्तान ने हाल ही में भारत के साथ शिमला समझौता रद्द कर दिया, जिसके तहत दोनों देशों ने द्विपक्षीय मुद्दों को आपसी बातचीत से सुलझाने का वादा किया था. यह कदम 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद उठाया गया, जिसमें 26 लोग मारे गए थे.
इसके जवाब में भारत ने सिंधु जल समझौता निलंबित किया और ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया. चार दिन की सैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी, जिसके बाद उसने समझौता रद्द कर कश्मीर को वैश्विक मंचों पर उठाने की राह पकड़ी.
'कश्मीर हमारा अभिन्न अंग'- भारत
भारत ने हमेशा कहा है कि कश्मीर उसका आंतरिक मामला है और यह देश का अभिन्न हिस्सा है. भारत का कहना है कि अगर पाकिस्तान से कोई बात होगी, तो वह पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) को भारत को लौटाने पर होगी. UN की कमजोर स्थिति और अमेरिका-रूस जैसे स्थायी सदस्यों के भारत समर्थन को देखते हुए, पाकिस्तान का यह दांव सफल होता नहीं दिखता.