Israel-Iran war: इज़राइल के साथ 12 दिनों तक चले तनावपूर्ण युद्ध के बाद, ईरान की नौसेना ने अपनी सैन्य शक्ति का ज़ोरदार प्रदर्शन किया. ईरानी स्टेट टीवी प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, 'सस्टेनेबल पावर 1404' नाम के इस नौसैनिक अभ्यास में ईरान ने सिर्फ़ 60 सेकंड में 11 मिसाइलें दागकर दुनिया को अपनी ताकत का एहसास कराया.
यह अभ्यास ओमान की खाड़ी और उत्तरी हिंद महासागर में आयोजित किया गया था, जिसका उद्देश्य समुद्री ठिकानों पर सटीक हमले करना था.
मिसाइलों का ताकतवर प्रदर्शन
ईरानी नौसेना के युद्धपोतों, आईआरआईएस सबलान और आईआरआईएस गनावेह, ने नासिर और कादिर क्रूज मिसाइलों का सफलतापूर्वक परीक्षण किया. ये मिसाइलें समुद्री लक्ष्यों पर सटीकता के साथ लगीं. इसके अतिरिक्त तटीय बैटरियों और ड्रोनों के जरिए भी हमले किए गए, जो ईरान की उन्नत सैन्य तकनीक को दर्शाते हैं.
यह अभ्यास इजराइल के हालिया हमलों के जवाब में ईरान की सैन्य तैयारियों को उजागर करता है, जिनमें इजराइल ने ईरान के एयर डिफेंस सिस्टम और परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया था.
Iran's Navy begins a major two-day naval missile exercise, codenamed Sustainable Power 1404, across the Gulf of Oman and the northern Indian Ocean.
— Press TV 🔻 (@PressTV) August 21, 2025
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रूस के साथ संयुक्त अभ्यास
पिछले महीने रूस के साथ 'कसारेक्स 2025' संयुक्त अभ्यास के बाद, ईरान ने इस बार अकेले अपनी सामरिक शक्ति का प्रदर्शन किया. विशेषज्ञों का मानना है कि यह कवायद न केवल सैन्य ताकत का प्रदर्शन है, बल्कि इजराइल और उसके सहयोगियों को स्पष्ट चेतावनी भी है. ईरान ने यह संदेश दिया है कि वह किसी भी आक्रामक कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है.
परमाणु वार्ता पर ठंडा रुख
इजराइल और अमेरिका के हमलों के बाद, ईरान ने वॉशिंगटन के साथ परमाणु वार्ताओं को स्थगित कर दिया है. हालांकि, ईरान ने संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी एजेंसी के साथ पूर्ण सहयोग जारी रखने की बात कही है. रक्षा मंत्री ब्रिगेडियर जनरल अजीज नसीरजादेह ने कहा कि हमारी सेनाएं नई और उन्नत मिसाइलों से लैस हैं.
दुश्मन की किसी भी साहसिक कार्रवाई का जवाब देने के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं. यह सैन्य अभ्यास न केवल तकनीकी दक्षता का प्रदर्शन है, बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक शक्तियों के लिए एक रणनीतिक संदेश भी है. ओमान की खाड़ी और हिंद महासागर जैसे रणनीतिक क्षेत्रों में यह कवायद ईरान की नौसैनिक ताकत और जवाबी कार्रवाई की क्षमता को रेखांकित करती है.