मार्क जुकरबर्ग को ओवल ऑफिस से निकाला गया बाहर! आखिर क्यों हुआ ऐसा? जानें पूरी कहानी

व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में एक हैरान करने वाली घटना ने सबका ध्यान खींचा है. खबरों के अनुसार, फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग को एक संवेदनशील सैन्य बैठक के दौरान ओवल ऑफिस से बाहर जाने को कहा गया.

Date Updated
फॉलो करें:

Mark Zuckerberg: व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में एक हैरान करने वाली घटना ने सबका ध्यान खींचा है. खबरों के अनुसार, फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग को एक संवेदनशील सैन्य बैठक के दौरान ओवल ऑफिस से बाहर जाने को कहा गया.

यह बैठक अमेरिकी वायुसेना के नेक्स्ट-जेनरेशन फाइटर जेट प्रोजेक्ट को लेकर थी, जिसमें रिपब्लिकन नेता और सैन्य अधिकारी शामिल थे. सूत्रों के हवाले से बताया गया कि जुकरबर्ग की अचानक मौजूदगी ने सैन्य अधिकारियों को असहज कर दिया, क्योंकि उनके पास इस बैठक के लिए आवश्यक सुरक्षा मंजूरी नहीं थी.

विरोधाभासी दावे और सफाई

इस घटना ने जहां लोगों का ध्यान आकर्षित किया, वहीं इसके विरोध में भी बयान सामने आए. व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया कि यह घटना गलत ढंग से प्रस्तुत की गई है. उनके अनुसार, जुकरबर्ग केवल राष्ट्रपति के निमंत्रण पर संक्षिप्त मुलाकात के लिए ओवल ऑफिस आए थे. बाद में वे अपनी निर्धारित बैठक का इंतजार करने बाहर चले गए. अधिकारी ने स्पष्ट किया कि उन्हें जबरदस्ती नहीं हटाया गया, बल्कि यह एक सामान्य प्रक्रिया थी.

क्या है इस घटना का प्रभाव?

मार्क जुकरबर्ग का राजनीतिक इतिहास हमेशा चर्चा में रहा है. पहले वे डेमोक्रेटिक नेताओं के करीब माने जाते थे और प्रो-इमिग्रेशन नीतियों का समर्थन करते थे. हालांकि, 2024 के अमेरिकी चुनाव में उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' (MAGA) एजेंडे के प्रति नरम रुख अपनाया.

जनवरी में ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में उनकी मौजूदगी, जहां एलन मस्क और जेफ बेजोस जैसे दिग्गज भी थे, ने उनके बदलते रुख को और स्पष्ट किया. यह घटना न केवल जुकरबर्ग की छवि बल्कि टेक दिग्गजों और राजनीति के बीच संबंधों पर भी सवाल उठाती है. क्या यह एक गलतफहमी थी या जानबूझकर किया गया कदम? इस पर चर्चा जारी है.