India-Maldives relations: भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध अब खत्म हो चुका है, लेकिन इस बीच एक तस्वीर ने भारत और मालदीव के रिश्तों को लेकर बड़ी बात उजागर की है. विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला खलील की मुलाकात में गर्मजोशी और सकारात्मकता झलकी.
जयशंकर ने इस मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर करते हुए लिखा कि आतंकवाद के खिलाफ मालदीव का समर्थन स्वागत योग्य है और भारत हमेशा मालदीव की तरक्की के लिए प्रतिबद्ध रहेगा. यह मुलाकात पिछले साल के तनाव के बाद संबंधों को सामान्य करने की दिशा में एक अहम कदम है.
मुइज्जू सरकार की तल्खी के बाद सुधार
पिछले साल मालदीव की मोहम्मद मुइज्जू सरकार ने भारत के प्रति तीखा रवैया अपनाया था. कुछ मंत्रियों की आपत्तिजनक टिप्पणियों और भारतीय सैनिकों की वापसी ने तनाव बढ़ाया था. सोशल मीडिया पर #BoycottMaldives ट्रेंड ने भी मालदीव के पर्यटन पर असर डाला. हालांकि, भारत ने संयम बरता और मालदीव को आर्थिक संकट में सहायता दी.
भारत की आर्थिक सहायता
अक्टूबर 2024 में मुइज्जू की भारत यात्रा के दौरान भारत ने मालदीव को 6,300 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता का वादा किया, जिसमें 400 मिलियन डॉलर की करेंसी स्वैप डील शामिल थी. हाल ही में मालदीव ने 50 मिलियन डॉलर का ट्रेजरी बिल भी जारी किया. यह सहायता दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को दर्शाती है.
आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता
अब्दुल्ला खलील की तीन-दिवसीय भारत यात्रा के दौरान पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की गई. मालदीव ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ मजबूत एकजुटता जताई. दोनों देश आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी को और मजबूत करने पर सहमत हुए.