France Surgeon: फ्रांस से एक बहुत चौंकाने वाली खबर सामने आई है. एक पूर्व सर्जन ने 300 मरीजों का दुष्कर्म करने की बात कबूली है.इस सर्जन का नाम जोएल ले स्कूआर्ने हैं, सर्जन की उर्म 74 साल है.सर्जन पर 30 सालों तक करीब 300 मरीजों के यौन शोषण का आरोप है. जिसमें से ज्यादा बच्चे ही शामिल है. वेन्स की अदालत में सोमवार को सुनवाई के पहले दिन जोएल ले स्कूआर्ने ने स्वीकार किया कि उसने घिनौने काम किए हैं और वो अपनी जिम्मेदारी लेने को तैयार है.सर्जन को दोषी पाए जानें पर 20 साल तक की जेल की सजा मिल सकती है. इसके अलावा 2020 में दुष्कर्म और बच्चों के यौन उत्पीड़न के मामले में भी दोषी पाए जाने के बाद से 15 साल की सजा काट रहा है.
पुलिस ने घर-घर जाकर पूछताछ की
सुनवाई के दौरान बताया कि जोएल ले स्कूआर्ने अपने शिकारों की लिस्ट खुद बनाता था और उसने अपने अपराधों को नोटबुक में दर्ज किया था. अधिकतर पीड़ितों को इस अपराध के बारे में तब जानकारी मिली जब पुलिस ने उनकी पहचान की और घर-घर जाकर पूछताछ की.
पुलिस ने 2017 में बॉरदॉ के उत्तर में स्थित जोंजैक में जोएल ले स्कूआर्ने को गिरफ्तार किया था. उनके घर से 3 लाख से अधिक बाल यौन शोषण की तस्वीरें और वीडियो भी बरामद हुई थीं. इसके अलावा, उनके फर्श के नीचे से कुछ जीवन आकार की गुड़ियाएं भी मिलीं थी.
12 से अधिक अस्पतालों में घिनौने अपराध
जोएल ले स्कूआर्ने पर आरोप है कि उसने 1989 से 2014 तक, फ्रांस के पश्चिमी हिस्से और ब्रेटनी क्षेत्र के 12 से अधिक निजी और सार्वजनिक अस्पतालों में अपने मरीजों के साथ घिनौने अपराध किए है. लेकिन सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि 2005 में बाल यौन शोषण सामग्री रखने के आरोप में उसे 4 महीने की निलंबित सजा सुनाई गई थी, फिर भी उसे काम जारी रखने की अनुमति दी गई थी.
बच्चे को बेहोसी के हालात में करता था रेप
डॉक्टरों पर निगरानी करने वाली संस्था ल ऑर्ड्रे दे मेदसां और फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्रालय को इस सजा के बारे में सूचित किया गया था, लेकिन इसके बाद कोई करवाई नही कि गई थी. अधिकतर मरीजों को यह याद ही नही था की डॉक्टर ने उनके साथ क्या-क्या किया था. दरअसल डॉक्टर अधिकत्तर शोषण उस दौरान किए जब बच्चे को बेहोसी के हालात में रखता था.
299 पीड़ितों के साथ बलात्कार
2020 में स्कूआर्ने को 4 साल के बच्चों के साथ बलात्कार के आरोप में 15 साल की सजा सुनाई गई थी और वे फिलहाल जेल में है अब 256 नाबालिग पीड़ितों सहित कुल 299 पीड़ितों के मामले पर चार महीने तक सुनवाई की जाएगी. पीड़ितों की उम्र 1 साल से लेकर 70 साल तक बताई जा रही है. अदालत में 60 से अधिक वकील पीड़ितों की ओर से दलील दे रहे हैं, जिनकी गवाही अगले महीने से शुरू होगी.
क्या सिस्टम की लापरवाही थी?
फ्रांसीसी बाल सुरक्षा संगठन ला वोइक्स द लएन्फ़ां ने इस मामले में डॉक्टरों की संस्था को भी जिम्मेदार ठहराते हुए इसे "हैरान कर देने वाला" करार दिया है. इस ऐतिहासिक मुकदमे ने फ्रांस की स्वास्थ्य प्रणाली और डॉक्टरों की निगरानी तंत्र पर गंभीर सवाल उठाए हैं. क्या इतने विशाल पैमाने पर अपराध सिर्फ एक व्यक्ति की करतूत थी, या फिर सिस्टम की लापरवाही भी इसमें शामिल थी? इस सवाल का जवाब अदालत में आने वाले हफ्तों में सामने आएगा. इस ऐतिहासिक मुकदमे से फ्रांस की स्वास्थ्य प्रणाली और डॉक्टरों की निगरानी प्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं.कि क्या इतने बड़े पैमाने पर अपराध केवल एक व्यक्ति की करतूत थी, या फिर सिस्टम की लापरवाही थी?