PM Modi in G7 Summit: 18 जून 2025 को इटली में आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक मंच पर आतंकवाद के खिलाफ भारत का स्पष्ट और सशक्त रुख प्रस्तुत किया. उन्होंने आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देशों के प्रति वैश्विक समुदाय के दोहरे मापदंड पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा, "एक तरफ हम अपनी सुविधा के अनुसार तुरंत प्रतिबंध लगाते हैं, वहीं दूसरी तरफ आतंकवाद का खुला समर्थन करने वाले देशों को पुरस्कृत किया जाता है." पीएम मोदी का यह बयान वैश्विक कूटनीति में एक मजबूत संदेश के रूप में देखा जा रहा है.
ट्रंप को संदेश
पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के दौरान आतंकवाद को लेकर भारत की नीति को और स्पष्ट किया. उन्होंने कहा, "आतंकवाद कोई प्रॉक्सी युद्ध नहीं, बल्कि एक वास्तविक युद्ध है." उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि कोई देश आतंकवाद का समर्थन करता है, तो उसे इसकी भारी कीमत चुकानी होगी. यह बयान पड़ोसी देशों, विशेषकर पाकिस्तान, के लिए एक सख्त चेतावनी माना जा रहा है, जो आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कुख्यात रहा है.
भारत की कूटनीतिक जीत
मोदी ने जी7 नेताओं से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर निर्णायक कार्रवाई करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है और इसे खत्म करने के लिए सभी देशों को मिलकर काम करना होगा. भारत की यह पहल वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है.
पीएम मोदी का यह बयान न केवल भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को रेखांकित करता है, बल्कि वैश्विक मंच पर देश की बढ़ती कूटनीतिक ताकत को भी दर्शाता है. जी7 में भारत की यह स्पष्ट आवाज आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहमति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है.