War 2 Review: यशराज फिल्म्स के स्पाई यूनिवर्स की बहुप्रतीक्षित फिल्म वॉर 2 सिनेमाघरों में दस्तक दे चुकी है, लेकिन यह दर्शकों को निराश करने में कोई कसर नहीं छोड़ती. ऋतिक रोशन और जूनियर एनटीआर जैसे सितारों की मौजूदगी, भव्य प्रोडक्शन, शानदार स्टंट्स और स्टाइल के बावजूद यह फिल्म अपने मूल तत्व कहानी की आत्मा में चूक जाती है. आइए, इस फिल्म के विभिन्न पहलुओं पर नजर डालते हैं और जानते हैं कि यह दर्शकों के लिए कितनी प्रभावी रही.
सितारों की चमक
वॉर 2 में ऋतिक रोशन और जूनियर एनटीआर की जोड़ी दर्शकों को स्क्रीन पर बांधने की पूरी कोशिश करती है. दोनों सितारों का करिश्मा, उनकी केमिस्ट्री और एक्शन सीक्वेंस में उनकी मेहनत स्पष्ट दिखती है. फिल्म का स्केल भव्य है, जिसमें हाई-ऑक्टेन स्टंट्स और शानदार सिनेमैटोग्राफी दर्शकों को आकर्षित करती है. कहानी में गहराई और भावनात्मक जुड़ाव का अभाव है, जो दर्शकों को निराश करता है.
स्टाइल है पर आत्मा गायब
यशराज स्पाई यूनिवर्स की पिछली फिल्मों जैसे वॉर और पठान ने कहानी और स्टाइल का बेहतरीन संतुलन बनाया था. लेकिन वॉर 2 में यह संतुलन गड़बड़ा जाता है. फिल्म में स्टाइल और एक्शन तो भरपूर है, पर यह दर्शकों के दिल को छूने में असफल रहती है. पटकथा में कसावट की कमी और किरदारों का अधूरा विकास कहानी को कमजोर बनाता है.
क्या है खास?
फिल्म के कुछ एक्शन सीक्वेंस और सिनेमैटोग्राफी निश्चित रूप से तारीफ के काबिल हैं. जूनियर एनटीआर का किरदार और उनका स्क्रीन प्रजेंस दर्शकों को प्रभावित करता है. लेकिन ये चमकदार पल पूरी फिल्म को बचाने के लिए काफी नहीं हैं.
अंतिम फैसला
वॉर 2 भव्यता और सितारों की चमक के साथ आती है, लेकिन कमजोर लेखन इसे यशराज स्पाई यूनिवर्स की सबसे कमजोर कड़ी बनाता है.