Tanvi The Great Review: अनुपम खेर द्वारा निर्देशित तन्वी द ग्रेट एक ऐसी फिल्म है जो भावनाओं और प्रेरणा का अनूठा संगम प्रस्तुत करती है. अनुपम खेर का निर्देशन इस फिल्म में एक सुखद आश्चर्य है, जो संवेदनशीलता और आत्मविश्वास के साथ कहानी को पर्दे पर उतारता है. यह फिल्म उस समय में एक ताजा हवा का झोंका है, जब सिनेमाघरों में हाई-कॉन्सेप्ट थ्रिलर और मसाला फिल्मों का बोलबाला है.
क्या है कहानी?
तन्वी द ग्रेट की कहानी एक ऑटिस्टिक लड़की तन्वी (शुभांगी दत्त) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने शहीद पिता के अधूरे सपने को पूरा करने के लिए भारतीय सेना में शामिल होने का संकल्प लेती है. कहानी का पहला भाग दर्शकों को भावनात्मक रूप से बांधे रखता है, हालांकि इंटरवल के बाद कुछ दृश्य धीमे और खिंचे हुए लगते हैं. यदि कहानी को और कसावट दी जाती, तो इसका प्रभाव और गहरा हो सकता था. संवाद अर्थपूर्ण और हृदयस्पर्शी हैं, जो कहानी को और मजबूती प्रदान करते हैं.
शानदार अभिनय
शुभांगी दत्त ने अपने डेब्यू में तन्वी के किरदार को जीवंत कर दिया है. उनकी मासूमियत और सच्चाई दर्शकों के दिल में उतर जाती है. अनुपम खेर, जैकी श्रॉफ, बोमन ईरानी, पल्लवी जोशी, अरविंद स्वामी, करण टैकर और नासर जैसे कलाकारों ने भी अपने किरदारों के साथ पूरा न्याय किया है. अनुपम खेर का अभिनय और निर्देशन दोनों ही प्रशंसनीय हैं, जो भावनाओं को अतिशयोक्ति से बचाते हुए संतुलित रखते हैं.
संगीत और तकनीक
ऑस्कर विजेता एम.एम. कीरावानी का संगीत मधुर है, जो कहानी के मूड को और गहरा करता है, हालांकि एक-दो गाने कम किए जा सकते थे. लैंसडाउन की शांत और खूबसूरत पृष्ठभूमि कैमरे में बखूबी कैद की गई है.
बॉक्स ऑफिस भविष्यवाणी
तन्वी द ग्रेट की सफलता सकारात्मक दर्शक प्रतिक्रिया और मजबूत वर्ड-ऑफ-माउथ पर निर्भर करेगी. यह फिल्म निश्चित रूप से उन दर्शकों को आकर्षित करेगी जो भावनात्मक और प्रेरणादायक कहानियों की तलाश में हैं. तन्वी द ग्रेट एक ऐसी फिल्म है जो सिनेमा के असली मायने को जीवंत करती है. यह न केवल मनोरंजन करती है, बल्कि आपको सोचने और प्रेरित होने के लिए मजबूर करती है.