Gayatri Prajapati attack: उत्तर प्रदेश के पूर्व खनन मंत्री और गैंगरेप मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति पर मंगलवार को लखनऊ जिला जेल के अंदर हमला हुआ. घटना के बाद परिवार ने इसे सुनियोजित साजिश बताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सुरक्षा और न्याय की गुहार लगाई है. इस हमले के बाद प्रदेश की राजनीति भी गर्मा गई है.
मंगलवार को लखनऊ जेल में एक कैदी ने प्रजापति पर नुकीले हथियार से हमला कर दिया. इस दौरान उनके सिर पर चोट आई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया. बाहर आते समय मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि उन पर कैदी विश्वास ने चाकू से हमला किया, हालांकि हमला क्यों किया गया, यह स्पष्ट नहीं है.
पत्नी महाराजी देवी का आरोप, “ये साजिश है”
गायत्री प्रजापति की पत्नी और अमेठी से विधायक महाराजी देवी ने इस हमले को साजिश करार दिया. उन्होंने सवाल उठाया कि जिस जेल के अंदर खाने-पीने तक की वस्तुएं जांच के बाद ही जाती हैं, वहां चाकू कैसे पहुंच गया?
महाराजी देवी ने कहा, “यह पूरी तरह से षड्यंत्र है. हमारे पति निर्दोष हैं, फिर भी वह वर्षों से जेल में बंद हैं. उनका और उस महिला का, जिसने आरोप लगाया, मेडिकल परीक्षण तक नहीं कराया गया. न्यायालय में हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप कर इंसाफ दिलाना चाहिए.”
बेटी अंकिता ने जताई जान की आशंका
प्रजापति की बेटी अंकिता ने भी पिता की सुरक्षा पर गंभीर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि उनके पिता की जान को खतरा है और जेल प्रशासन को सुरक्षा बढ़ानी चाहिए. अंकिता ने आरोप लगाया, “बिना मेडिकल परीक्षण के ही उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुना दी गई. हम मुख्यमंत्री से मिलने और मदद की अपील करते हैं.”
इस पूरे घटनाक्रम पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार को घेरा. उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि गायत्री प्रजापति पर जेल के भीतर हुआ हमला गंभीर मामला है और इसकी निष्पक्ष न्यायिक जांच होनी चाहिए. अखिलेश ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश में अब कोई भी सुरक्षित नहीं है.”
राजनीति में गरमाहट
गायत्री प्रजापति कभी अखिलेश यादव सरकार में कद्दावर मंत्री रहे थे. अब जेल में उन पर हुआ हमला न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है, बल्कि इसे लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है. परिवार का कहना है कि अगर सरकार ने तुरंत कदम नहीं उठाए तो उनके पति की जान को गंभीर खतरा हो सकता है.
यह घटना जहां कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है, वहीं अब यह राजनीतिक मुद्दा भी बन चुकी है. परिजनों की अपील है कि सरकार जल्द से जल्द न्याय सुनिश्चित करे और गायत्री प्रजापति की सुरक्षा पुख्ता बनाए.