पंजाब सरकार की बाढ़ राहत, 24 घंटों में 194% बढ़ा मेडिकल कैंपों का दायरा

Punjab Government  Flood Relief: पंजाब में बाढ़ के कहर के बीच मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में राज्य सरकार ने जनता की सेहत और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए अभूतपूर्व कदम उठाए हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को तेजी से बढ़ाया गया है, जिसके परिणामस्वरूप मात्र 24 घंटों में मेडिकल कैंपों में इलाज लेने वालों की संख्या 51,000 से बढ़कर 1.5 लाख हो गई.

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Punjab Government  Flood Relief: पंजाब में बाढ़ के कहर के बीच मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में राज्य सरकार ने जनता की सेहत और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए अभूतपूर्व कदम उठाए हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को तेजी से बढ़ाया गया है, जिसके परिणामस्वरूप मात्र 24 घंटों में मेडिकल कैंपों में इलाज लेने वालों की संख्या 51,000 से बढ़कर 1.5 लाख हो गई. यह 194% की वृद्धि न केवल सरकार की तत्परता को दर्शाती है, बल्कि प्रभावित परिवारों में विश्वास भी जगाती है कि संकट की इस घड़ी में सरकार उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है.

स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को सख्त निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कोई भी व्यक्ति स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित न रहे. बाढ़ ने न केवल घरों और खेतों को नुकसान पहुंचाया है, बल्कि बीमारियों का खतरा भी कई गुना बढ़ा दिया है. इस चुनौती को समझते हुए सरकार ने तुरंत विशेष स्वास्थ्य अभियान शुरू किया. इस अभियान का लक्ष्य है बाढ़ के बाद फैलने वाली बीमारियों जैसे बुखार, डायरिया और त्वचा संक्रमण को रोकना. 14 सितंबर से शुरू हुए इस अभियान ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को दरवाजे तक पहुंचाया, विशेष रूप से बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की.

2,303 गांवों में मेडिकल कैंप

पंजाब सरकार ने अब तक 2,303 गांवों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए हैं. इन शिविरों में न केवल सामान्य जांच और उपचार की सुविधा दी जा रही है, बल्कि बाढ़ के बाद होने वाली बीमारियों की रोकथाम पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है. डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों की टीमें दिन-रात प्रभावित क्षेत्रों में तैनात हैं, जो न केवल दवाइयां बांट रही हैं, बल्कि लोगों को स्वास्थ्य जागरूकता भी प्रदान कर रही हैं. इन प्रयासों ने ग्रामीण समुदायों में भरोसे का माहौल बनाया है, जिससे लोग बिना किसी हिचक के मेडिकल कैंपों का लाभ उठा रहे हैं.

पशुओं की सेहत पर भी ध्यान

मान सरकार ने इंसानों के साथ-साथ पशुओं की सेहत को भी प्राथमिकता दी है. अब तक 14,780 पशुओं का इलाज और 48,535 पशुओं का मुफ्त टीकाकरण किया गया है. इसके अलावा, मृत पशुओं के सुरक्षित निपटान पर विशेष जोर दिया जा रहा है ताकि जल और मिट्टी का प्रदूषण रोका जा सके. यह समग्र दृष्टिकोण सरकार की संवेदनशीलता और व्यापक योजना को दर्शाता है, जो न केवल मानव जीवन बल्कि पशुधन की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करता है.

मच्छरों पर नियंत्रण और जागरूकता

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्वयं घोषणा की, “हम घर-घर जाकर जांच कर रहे हैं और जहां कहीं मच्छरों का लार्वा मिल रहा है, वहां तत्काल छिड़काव किया जा रहा है. जनता की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.” इस बयान से सरकार की सक्रियता और जमीनी स्तर पर कार्यान्वयन की गंभीरता स्पष्ट होती है. मच्छर जनित रोगों को रोकने के लिए किए जा रहे छिड़काव और जागरूकता अभियान ने बीमारियों के प्रसार को काफी हद तक नियंत्रित किया है.

नई उम्मीद की किरण

पंजाब सरकार का यह त्वरित और प्रभावी कदम बाढ़ प्रभावित परिवारों के लिए नई उम्मीद बनकर उभरा है. 24 घंटों में मेडिकल कैंपों में 51,000 से 1.5 लाख लोगों तक पहुंच एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, जो सरकार की योजना और कार्यान्वयन की ताकत को दर्शाती है. यह प्रयास न केवल आपदा प्रबंधन का एक मॉडल है, बल्कि यह भी साबित करता है कि संकट के समय में पंजाब सरकार जनता की हर जरूरत को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है.