मैसूर: कर्नाटक के मैसूर से एक परेशान करने वाला मामला सामने आया है, जिसने इस बात पर ध्यान खींचा है कि लंबे समय से चल रहे घरेलू झगड़े कितने खतरनाक हो सकते हैं. पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिस पर कॉन्ट्रैक्ट किलर हायर करके अपनी पत्नी की हत्या की योजना बनाने और अपराध को एक दुर्घटना दिखाने की कोशिश करने का आरोप है.
आरोपी महेश मैसूर के बीएम श्री नगर इलाके में रहता है. पुलिस के मुताबिक, उसने अपनी पत्नी नागरत्ना को मारने के लिए दो लोगों को पैसे दिए और उन्हें घटना को गैस लीक दुर्घटना जैसा दिखाने का निर्देश दिया. योजना फेल हो गई और नागरत्ना बच गई, जिसके बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस ने बताया कि महेश और नागरत्ना की शादी को 18 साल हो गए थे और उनके कोई बच्चे नहीं थे. जांचकर्ताओं का दावा है कि उनकी शादी में अक्सर झगड़े और भावनात्मक तनाव रहता था. महेश पानीपुरी का बिजनेस करके अपना गुजारा करता था. वह न सिर्फ अपना स्टॉल चलाता था, बल्कि दूसरों को ट्रेनिंग भी देता था और उन्हें पानीपुरी फ्रेंचाइजी शुरू करने में मदद करता था.
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, महेश अपनी कमाई नागरत्ना को दे देता था, जो उस पैसे से सूदखोरी का धंधा करती थी. जांचकर्ताओं का कहना है कि जब महेश को पैसों की जरूरत होती थी तो उसे पैसे नहीं मिलते थे जिससे बार-बार झगड़े होते थे. पुलिस का यह भी दावा है कि दंपति के बीच अक्सर बच्चे न होने को लेकर झगड़े होते थे और इन झगड़ों के दौरान नागरत्ना, महेश को मौखिक रूप से अपमानित करती थी.
पुलिस का मानना है कि वित्तीय दबाव, भावनात्मक तनाव और लगातार घरेलू झगड़ों के कारण महेश ने यह अपराध करने की योजना बनाई होगी. जांच के अनुसार, महेश ने भास्कर और अभिषेक नाम के दो लोगों से संपर्क किया जिन्होंने पहले उससे पानीपुरी फ्रेंचाइजी ली थी. पुलिस का कहना है कि उसने उन्हें पैसे दिए और नागरत्ना को गैस सिलेंडर दुर्घटना जैसा दिखाकर मारने को कहा.
घटना वाले दिन, दोनों लोग घर आए. चूंकि नागरत्ना उन्हें जानती थी, इसलिए उसने उन्हें अंदर आने दिया. पुलिस का कहना है कि उस पर किचन में हमला किया गया और वह बेहोश हो गई. जब उसे होश आया, तो उसने देखा कि हमलावर गैस विस्फोट करने की कोशिश कर रहे थे. जब घर के मालिक ने दखल दिया और अधिकारियों को सूचित किया, तो वह बच गई.
पुलिस ने सबसे पहले भास्कर और अभिषेक को गिरफ्तार किया. पूछताछ के दौरान, उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया और महेश को मास्टरमाइंड बताया. बाद में महेश को हिरासत में ले लिया गया. मामला हत्या के प्रयास और आपराधिक साजिश से संबंधित धाराओं के तहत दर्ज किया गया है. महेश की मां ने आरोपों से इनकार किया है और पुलिस पर जबरन बयान दिलवाने का आरोप लगाया है. पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और यह सबूतों और गवाहों के बयानों पर आधारित है.