बाबर आजम को नहीं मिली एशिया की ऑलटाइम T20I टीम में जगह, हॉन्ग कॉन्ग के खिलाड़ी ने मारी बाजी

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान बाबर आजम के लिए यह समय वाकई निराशाजनक है. क्या एक समय दुनिया के शीर्ष बल्लेबाजों में शुमार बाबर आजम अब इतने साधारण हो गए हैं कि उन्हें एशिया की सर्वकालिक T20 इंटरनेशनल (T20I) टीम में जगह न मिले?

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Babar Azam: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान बाबर आजम के लिए यह समय वाकई निराशाजनक है. क्या एक समय दुनिया के शीर्ष बल्लेबाजों में शुमार बाबर आजम अब इतने साधारण हो गए हैं कि उन्हें एशिया की सर्वकालिक T20 इंटरनेशनल (T20I) टीम में जगह न मिले? ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने अपनी ऑलटाइम एशियन T20I टीम का ऐलान किया है, जिसमें बाबर आजम का नाम शामिल नहीं है. हैरानी की बात यह है कि नंबर-4 की पोजीशन पर बाबर के बजाय हॉन्ग कॉन्ग के बल्लेबाज बाबर हयात को चुना गया है.

ब्रेट ली की ऑलटाइम एशियन T20I टीम

ब्रेट ली ने एशिया के सभी क्रिकेट खेलने वाले देशों को ध्यान में रखते हुए 12 खिलाड़ियों की एक मजबूत टीम चुनी है. इस टीम में पाकिस्तान से केवल दो खिलाड़ियों मोहम्मद रिजवान और हारिस रऊफ को जगह मिली है. नंबर-4 पर बाबर आजम की जगह हॉन्ग कॉन्ग के बाबर हयात का चयन हुआ है, जो इस टीम में हॉन्ग कॉन्ग के इकलौते खिलाड़ी हैं. यह चयन बाबर आजम के प्रशंसकों के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि उनकी बल्लेबाजी प्रतिभा पर सवाल उठ रहे हैं.

कोहली-रोहित ओपनर

ब्रेट ली की इस खास टीम में भारत के खिलाड़ियों की धूम है. भारत से पांच खिलाड़ियों को शामिल किया गया है, जिसमें विराट कोहली और रोहित शर्मा ओपनिंग की जिम्मेदारी संभालेंगे. मध्यक्रम में एमएस धोनी और हार्दिक पंड्या हैं, जबकि तेज गेंदबाजी की कमान जसप्रीत बुमराह के हाथों में है. भारतीय खिलाड़ियों का यह दमदार चयन उनकी T20 फॉर्मेट में मजबूती को दर्शाता है.

बाबर आजम के लिए सवालों का दौर

ब्रेट ली की टीम में श्रीलंका और अफगानिस्तान की तुलना में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) का प्रदर्शन चौंकाने वाला है. श्रीलंका से केवल वानिंदु हसारंगा और अफगानिस्तान से राशिद खान को जगह मिली है. वहीं, UAE के दो गेंदबाज अमजद जावेद और मोहम्मद नाविद इस सूची में शामिल हैं.

यह चयन एशियाई क्रिकेट में उभरते देशों की ताकत को रेखांकित करता है. बाबर आजम का इस टीम से बाहर रहना न केवल उनके फॉर्म पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि एशियाई क्रिकेट में प्रतिस्पर्धा कितनी तीव्र हो गई है. क्या बाबर इस अपमान को प्रेरणा में बदलकर वापसी करेंगे? यह देखना दिलचस्प होगा.