'विक्रम मिसरी एक सभ्य व्यक्ति हैं जो देश के लिए...,' विदेश सचिव के काम को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने की प्रशंसा

ओवैसी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि विक्रम मिसरी एक सम्मानित और निष्ठावान राजनयिक हैं, जो भारत के लिए अनवरत मेहनत कर रहे हैं. उन्हें सरकार या राजनीतिक नेतृत्व के निर्णयों के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए.

Date Updated
फॉलो करें:
Courtesy: Social Media

Vikram Misri: एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को विदेश सचिव विक्रम मिसरी की प्रशंसा करते हुए उन्हें देश के लिए अथक कार्य करने वाला एक सच्चा, मेहनती और ईमानदार राजनयिक बताया. विक्रम मिसरी ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद की सैन्य कार्रवाइयों से संबंधित सरकारी प्रेस ब्रीफिंग में कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ नियमित रूप से उपस्थित होने के कारण व्यापक रूप से चर्चा में रहे. 

ओवैसी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि विक्रम मिसरी एक सम्मानित और निष्ठावान राजनयिक हैं, जो भारत के लिए अनवरत मेहनत कर रहे हैं. उन्हें सरकार या राजनीतिक नेतृत्व के निर्णयों के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए.

विक्रम मिसरी की प्रेस ब्रीफिंग

विक्रम मिसरी ने शनिवार को भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम समझौते की घोषणा की, जो शाम 5 बजे से लागू हुआ. दोनों पक्षों ने सहमति जताई कि आज शाम 5 बजे से जमीनी, हवाई और समुद्री स्तर पर सभी सैन्य गतिविधियां और गोलीबारी बंद कर दी जाएगी. यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के ट्रुथ सोशल पर युद्धविराम की घोषणा के तुरंत बाद आया. 

युद्धविराम का उल्लंघन

ट्रम्प ने लिखा कि अमेरिका की मध्यस्थता में रातभर चली गहन वार्ता के बाद, मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता है कि भारत और पाकिस्तान पूर्ण युद्धविराम पर सहमत हुए हैं. हालांकि, उसी दिन शाम को मिसरी ने एक और प्रेस बयान जारी किया, जब पाकिस्तान ने युद्धविराम का उल्लंघन किया. जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के कुछ क्षेत्रों में ड्रोन गतिविधियां देखी गईं, जिन्हें भारतीय सेना ने नाकाम किया. मिसरी ने इस उल्लंघन को गंभीर बताया और कहा कि भारतीय सशस्त्र बल स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. विक्रम मिसरी की प्रेस ब्रीफिंग्स ने न केवल भारत की कूटनीतिक स्थिति को स्पष्ट किया, बल्कि वैश्विक मंच पर देश की दृढ़ता को भी रेखांकित किया. उनकी नेतृत्व शैली और स्पष्टता ने उन्हें जनता और नेताओं के बीच प्रशंसा का पात्र बनाया. क्षेत्रीय शांति के लिए भारत की प्रतिबद्धता के बावजूद, सीमा पर तनाव बरकरार है और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है.