Dhirendra Shastri Marriage News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में मध्य प्रदेश के छतरपुर में बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मुलाकात की. इस दौरान पीएम मोदी ने पंडित शास्त्री की मां से भी मिलने की इच्छा जताई और दोनों के बीच हुई मुलाकात में एक मजेदार संवाद हुआ. पीएम मोदी ने हंसते हुए कहा, "आपके मन की बात की पर्ची मेरे पास है, आप बेटे की शादी करवाना चाहती हैं." इस मजाकिया टिप्पणी ने सभी को हंसी में डाल दिया और यह चर्चा का विषय बन गया.
धीरेंद्र शास्त्री और उनकी मां की शादी को लेकर चिंता
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने खुद यह खुलासा किया है कि उनकी मां पिछले तीन सालों से उनकी शादी को लेकर चिंता व्यक्त कर रही हैं. उन्होंने कई बार कहा है कि उनकी मां इस विषय पर परेशान रहती हैं और सोशल मीडिया पर भी इस विषय को लेकर लगातार चर्चाएं होती रहती हैं. पंडित शास्त्री की शादी की चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने उनके साथ मजाक करते हुए उनकी मां से इस मामले पर हल्के-फुल्के अंदाज में बात की.
पीएम मोदी का धर्म पर बयान
इस मुलाकात के बाद, पीएम मोदी ने छतरपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कुछ राजनीतिक बयान भी दिए. उन्होंने कहा कि आजकल कुछ नेता धर्म का मजाक उड़ाते हैं और उसे नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं. मोदी ने यह भी कहा कि कुछ विदेशी ताकतें ऐसे लोगों का समर्थन करती हैं, जो देश और धर्म को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं.
हिंदू आस्था पर पीएम मोदी का कड़ा बयान
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि "हिंदू आस्था से नफरत करने वाले लोग हमेशा किसी न किसी रूप में मौजूद रहे हैं." उन्होंने बताया कि ये लोग हमारी संस्कृति, धर्म और परंपराओं पर हमला करते रहते हैं और समाज को बांटने की कोशिश करते हैं. उनका उद्देश्य केवल समाज में विभाजन फैलाना है.
पंडित धीरेंद्र शास्त्री की तारीफ
पीएम मोदी ने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की तारीफ करते हुए कहा कि वे देश में एकता का संदेश फैला रहे हैं और समाज के लिए एक सकारात्मक कदम उठा रहे हैं. उन्होंने बागेश्वर धाम में कैंसर इंस्टीट्यूट बनाने की योजना की भी सराहना की. मोदी ने यह भी कहा कि अब श्रद्धालुओं को भजन, प्रसाद के साथ-साथ स्वस्थ जीवन का आशीर्वाद भी मिलेगा.
महाकुंभ 2025 पर पीएम मोदी का बयान
पीएम मोदी ने महाकुंभ 2025 का भी जिक्र किया, जिसे लेकर पूरे देश में चर्चा हो रही है. उन्होंने कहा कि यह आयोजन अपने चरम पर पहुंच चुका है और लाखों लोग त्रिवेणी में डुबकी लगाकर आशीर्वाद ले रहे हैं. मोदी ने इसे आने वाली पीढ़ियों के लिए एकता का प्रतीक बताया और कहा कि यह भव्य आयोजन समाज में एकता को बढ़ावा देगा.