दिल्ली पुलिस की हिरासत में गोवा नाइटक्लब के कोओनर अजय गुप्ता, अब भी दो लोग फरार

गोवा पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि अजय गुप्ता को हिरासत में लिया गया है. वह इस मामले में पकड़ा गया छठा व्यक्ति है. पुलिस टीम द्वारा उनके दिल्ली स्थित घर पर न मिलने के बाद लुकआउट नोटिस जारी किया गया था.

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Courtesy: X (@dt_next)

गोवा के चर्चित ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाइट क्लब में लगी भीषण आग में 25 लोगों की मौत के बाद जांच ने तेजी पकड़ ली है. इसी कड़ी में क्लब के चार कोओनर्स में से एक अजय गुप्ता को दिल्ली में हिरासत में लिया गया है. वह घटना के बाद से फरार थे और उनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया था.

गोवा पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि अजय गुप्ता को हिरासत में लिया गया है. वह इस मामले में पकड़ा गया छठा व्यक्ति है. पुलिस टीम द्वारा उनके दिल्ली स्थित घर पर न मिलने के बाद लुकआउट नोटिस जारी किया गया था. अब गुप्ता को प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद आधिकारिक रूप से गिरफ्तार किया जाएगा.

अस्पताल से डिस्चार्ज के बाद हिरासत

सूत्रों के अनुसार, गुप्ता को मंगलवार शाम स्पाइनल बीमारी की शिकायत पर दिल्ली के लाजपत नगर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने के तुरंत बाद गोवा पुलिस ने उन्हें अपनी हिरासत में ले लिया. उम्मीद है कि उन्हें आज कोर्ट में पेश किया जाएगा और ट्रांजिट रिमांड लेकर गोवा ले जाया जाएगा. 7 दिसंबर को लगी आग के बाद पुलिस कार्रवाई में तेजी आई है. अब तक चीफ जनरल मैनेजर, जनरल मैनेजर, बार मैनेजर, गेट मैनेजर, कर्मचारी और कोओनर को हिरासत में लिया गया है. साथ ही, कोओनर सुरिंदर कुमार खोसला के खिलाफ भी लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है.

क्लब के अन्य दो मालिक सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा आग लगने के कुछ ही घंटों बाद दिल्ली से फुकेट (थाईलैंड) भाग गए थे.दोनों के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है. भागते वक्त भी सौरभ लूथरा ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट करते हुए इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जाहिर की.

रोमियो लेन की दूसरी प्रॉपर्टी की जांच

जांच के दौरान सामने आया कि वागाटोर बीच स्थित रोमियो लेन की एक और प्रॉपर्टी सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनी थी और यहां भी सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया गया था. मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के निर्देश पर मंगलवार को इस अवैध निर्माण पर बुलडोज़र चलाया गया. प्रशासन ने साफ किया कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी पर कोई समझौता नहीं होगा. हादसे में 25 लोगों की मौत और कई घायल होने के बाद यह मामला अब एक बड़े प्रशासनिक और कानूनी संकट में बदल गया है. पुलिस अगले कुछ दिनों में और गिरफ्तारियों तथा विदेश से नोटिस जारी किए गए आरोपियों को लाने की कोशिश तेज करेगी.