नन्दानगर में आयोजित निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर में 1500 से अधिक लोगों ने कराया स्वास्थ्य परीक्षण, क्षेत्र में लोगों को  मिला बड़ा संबल

जनपद चमोली के सीमांत क्षेत्र नन्दानगर में दिल्ली स्थित जूनून चैरिटेबल संस्था द्वारा एक दिवसीय निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया. इस शिविर में क्षेत्र के दूरस्थ गांवों से आए 1500 से अधिक लोगों ने विभिन्न रोगों की जांच करवाई और निःशुल्क स्वास्थ्य परामर्श प्राप्त किया.

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जनपद चमोली के सीमांत क्षेत्र नन्दानगर में दिल्ली स्थित जूनून चैरिटेबल संस्था द्वारा एक दिवसीय निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया. इस शिविर में क्षेत्र के दूरस्थ गांवों से आए 1500 से अधिक लोगों ने विभिन्न रोगों की जांच करवाई और निःशुल्क स्वास्थ्य परामर्श प्राप्त किया.

शिविर का उद्घाटन क्षेत्रीय विधायक भूपाल राम टम्टा ने किया. इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष दौलत बिष्ट भी उपस्थित रहीं. उन्होंने कहा कि हाल ही में आपदा से प्रभावित नन्दानगर क्षेत्र में इस तरह का स्वास्थ्य शिविर लोगों के लिए राहत की बड़ी पहल है. उन्होंने बताया कि शिविर में न केवल बीमार लोगों को चिकित्सा सुविधा दी गई, बल्कि आपदा प्रभावित परिवारों को दैनिक उपयोग की वस्तुएं भी वितरित की गईं.

दंत रोग सहित कई अन्य विशेषज्ञ मौजूद रहे

शिविर स्थल पर पहुंचे जिलाधिकारी गौरव कुमार और पुलिस अधीक्षक सुरजीत पंवार ने जूनून संस्था की मेडिकल टीम की सराहना की. जिलाधिकारी ने कहा कि समाजसेवी संस्थाओं द्वारा इस प्रकार की पहलें प्रशासन के लिए प्रेरणादायक हैं और सीमांत क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. उन्होंने यह भी कहा कि नन्दानगर जैसे पहाड़ी और आपदा प्रभावित क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार अत्यंत आवश्यक है.

इस स्वास्थ्य शिविर में विभिन्न प्रतिष्ठित अस्पतालों से आए 28 विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने रोगियों की जांच की. शिविर में बाल रोग, हृदय रोग, अस्थि रोग, स्त्री रोग, दंत रोग सहित कई अन्य विशेषज्ञ मौजूद रहे. शिविर में ईसीजी, शुगर टेस्ट, लिवर टेस्ट, बी.पी., बोन डेंसिटी टेस्ट जैसी कई जांचें पूर्णतः निःशुल्क की गईं.

फैटी लिवर जैसी जीवनशैली से जुड़ी

कार्यक्रम के संयोजक डॉ. गिरीश वैष्णव ने बताया कि संस्था पिछले 25 वर्षों से जनपद में इस तरह के स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करती आ रही है. हर वर्ष लगभग 2000 लोगों को लक्षित कर संस्था स्वास्थ्य परीक्षण और परामर्श सेवाएं उपलब्ध कराती है. उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अब पहाड़ी क्षेत्रों में भी शुगर, हाइपरटेंशन और फैटी लिवर जैसी जीवनशैली से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं.

स्थानीय नागरिकों ने जूनून चैरिटेबल संस्था और प्रशासन के इस संयुक्त प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि दिल्ली और देहरादून जैसे बड़े शहरों के विशेषज्ञ डॉक्टरों का इस दुर्गम क्षेत्र तक पहुंचना ग्रामीणों के लिए बड़ी राहत है. उन्होंने कहा कि ऐसे शिविर ग्रामीण और सीमांत जनता के लिए वरदान साबित हो रहे हैं. इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख हिमा देवी, डॉ. सौरभ वैष्णव, कृपाल बिष्ट, राकेश डिमरी, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष हिमानी वैष्णव, एसडीएम आर.के. पाण्डेय सहित अनेक अधिकारी, कर्मचारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे.