अमेरिका में क्यों बढ़ रहा है खुद को पेप्टाइड्स इंजेक्ट करने का खतरनाक ट्रेंड? क्या वाकई मिलता है फायदा या बढ़ रहा है रिस्क?

अमेरिका में इन दिनों एक नया और चिंताजनक ट्रेंड तेजी से उभर रहा है. लोग खुद ही अपने शरीर में पेप्टाइड्स इंजेक्ट कर रहे हैं. सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स, सेलेब्रिटीज़ और खुद को “वेलनेस एक्सपर्ट” कहने वाले लोग इन पेप्टाइड्स को मांसपेशी बढ़ाने, त्वचा को जवान बनाए रखने और लंबे समय तक स्वस्थ रहने के “चमत्कारी उपाय” के रूप में प्रचारित कर रहे हैं.

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अमेरिका में इन दिनों एक नया और चिंताजनक ट्रेंड तेजी से उभर रहा है. लोग खुद ही अपने शरीर में पेप्टाइड्स इंजेक्ट कर रहे हैं. सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स, सेलेब्रिटीज़ और खुद को “वेलनेस एक्सपर्ट” कहने वाले लोग इन पेप्टाइड्स को मांसपेशी बढ़ाने, त्वचा को जवान बनाए रखने और लंबे समय तक स्वस्थ रहने के “चमत्कारी उपाय” के रूप में प्रचारित कर रहे हैं. लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इस ट्रेंड में फायदा कम और खतरा कहीं ज्यादा है, क्योंकि इनमें से कई पेप्टाइड्स को FDA की मंजूरी नहीं मिली है.

अमेरिका में हाल के वर्षों में वजन घटाने वाली GLP-1 दवाओं (जैसे ओज़ेम्पिक) का चलन बढ़ा है, लेकिन इंटरनेट पर बिकने वाले पेप्टाइड्स GLP-1 जैसी मेडिकल दवाओं से बिल्कुल अलग और बड़े पैमाने पर अनरीगुलेटेड हैं. इन पेप्टाइड्स के इंसानी शरीर पर लंबे समय के प्रभावों के बारे में पर्याप्त वैज्ञानिक शोध उपलब्ध नहीं है.

क्या कहते हैं डॉक्टर और विशेषज्ञ?

स्क्रिप्स रिसर्च ट्रांसलेशनल इंस्टीट्यूट के निदेशक डॉ. एरिक टोपाल साफ कहते हैं कि इन पेप्टाइड्स के दावों का कोई मेडिकल प्रमाण मौजूद नहीं है. उन्होंने चेतावनी दी कि बिना क्लिनिकल ट्रायल के किसी भी कंपाउंड को शरीर में इंजेक्ट करना गंभीर दुष्प्रभाव पैदा कर सकता है. इसके बावजूद आम लोगों में इनका उपयोग तेजी से बढ़ रहा है.

इस ट्रेंड को हवा देने वालों में अमेरिकी स्वास्थ्य सचिव रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर भी शामिल हैं. वे लंबे समय से पारंपरिक चिकित्सा, फार्मा कंपनियों और वैज्ञानिक दिशानिर्देशों पर सवाल उठाते रहे हैं. कैनेडी ने हाल ही में कहा कि अगर वे सत्ता में आए तो FDA के पेप्टाइड्स के खिलाफ नियमों को कमजोर करेंगे. उनके करीबी सहयोगियों में शामिल बायोहैकर और लॉन्गेविटी एक्सपर्ट गैरी ब्रेका 350 से 600 डॉलर की कीमत पर पेप्टाइड इंजेक्शन, पैच और नैसल स्प्रे जैसी चीजें बेच रहे हैं.

दरअसल पेप्टाइड्स होते क्या हैं?

पेप्टाइड्स प्रोटीन के छोटे हिस्से होते हैं, जो शरीर में ग्रोथ, मेटाबॉलिज्म और हीलिंग से जुड़े हार्मोन्स को सक्रिय करते हैं.
कुछ पेप्टाइड्स.जैसे इंसुलिन और ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन—FDA से अप्रूव्ड हैं और मेडिकल उपयोग में सुरक्षित माने जाते हैं.
लेकिन इंटरनेट पर बिकने वाले पेप्टाइड्स, जैसे BPC-157 और TB-500, न केवल अनअप्रूव्ड हैं बल्कि इंटरनेशनल गेम्स फेडरेशंस ने इन्हें डोपिंग के लिए प्रतिबंधित भी किया है.

इसके बावजूद कई सेलेब्स इनका खुलकर प्रचार कर रहे हैं. मशहूर पॉडकास्ट होस्ट जो रोगन ने दावा किया था कि BPC-157 से उनका टेंडोनाइटिस दो सप्ताह में ठीक हो गया. हालाँकि इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है.

क्लीनिक्स और ऑनलाइन कंपनियाँ बना रही हैं इसे बड़ा बिज़नेस

टेक्सास की कंपनी Ways 2 Well पेप्टाइड्स, स्टेम सेल और वैकल्पिक चिकित्सा से जुड़े पैकेज बेचती है.
99 डॉलर में “पेप्टाइड कंसल्टेशन”
घर भेजी जाने वाली इंजेक्शन किट
डोजिंग गाइड

यानी यह ट्रेंड अब एक मल्टी-मिलियन डॉलर मार्केट बन चुका है.

लेकिन डॉ. टोपाल इसे “महंगे, असुरक्षित और गलत दावों पर चलने वाली वेलनेस इंडस्ट्री” बताते हैं. उनका कहना है कि इन उत्पादों को अक्सर प्राकृतिक विकल्प के रूप में बेचा जाता है, लेकिन इसके सुरक्षित होने के पुख्ता प्रमाण मौजूद नहीं हैं.

फायदे से ज्यादा खतरा

पेप्टाइड्स के अंधाधुंध इंजेक्शन से हो सकते हैं:

  • हार्मोनल असंतुलन
  • एलर्जिक रिएक्शन
  • अंगों को नुकसान
  • संक्रमण
  • अनियंत्रित शारीरिक प्रतिक्रियाएँ

अमेरिका में पेप्टाइड इंजेक्शन का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन विशेषज्ञ लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि बिना वैज्ञानिक प्रमाण और सरकारी मंजूरी के ऐसे पदार्थों का इस्तेमाल शरीर के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. वेलनेस इंडस्ट्री इसे “यूथ फॉर्मूला” या “लॉन्गेविटी टूल” की तरह पेश कर सकती है, लेकिन चिकित्सा विज्ञान की नजर में यह अभी भी एक जोखिम भरा प्रयोग है.