Vladimir Putin Social Media: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दुनिया के सबसे ताकतवर नेताओं में गिने जाते हैं. लेकिन खास बात यह है कि उनके पास आज तक कोई भी सोशल मीडिया अकाउंट नहीं है. जहां दुनिया भर के नेता ट्विटर (अब X), फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर सक्रिय रहते हैं, वहीं पुतिन ने हमेशा इससे दूरी बनाए रखी. अब क्रेमलिन ने इसका असली कारण बताया है.
पुतिन और सोशल मीडिया से दूरी का कारण
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव के मुताबिक, पुतिन न पहले सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते थे और न ही आगे कभी करेंगे. उनका मानना है कि यह समय की बर्बादी है. वे खुद प्लेटफॉर्म से दूर रहते हैं, लेकिन देश और दुनिया में चल रहे ऑनलाइन ट्रेंड्स और चर्चाओं की जानकारी उन्हें क्रेमलिन अधिकारियों और परिवार से मिल जाती है.
कब शुरू हुआ सोशल मीडिया का दौर?
पुतिन 1999 में पहली बार रूस के राष्ट्रपति बने. ठीक उसके एक साल बाद रूस में सोशल मीडिया का दौर शुरू हुआ. लेकिन पुतिन ने कभी इसमें दिलचस्पी नहीं दिखाई. हालांकि राष्ट्रपति कार्यालय के सरकारी सोशल मीडिया अकाउंट्स जरूर हैं, जिनसे आधिकारिक जानकारी साझा की जाती है.
2017 में एक इंटरव्यू में पुतिन ने खुद कहा था कि जब भी उन्हें खाली समय मिलता है तो वे अपने दोस्तों के साथ वक्त बिताना, फिटनेस पर ध्यान देना और संगीत सुनना पसंद करते हैं. यही वजह है कि वे सोशल मीडिया जैसी गतिविधियों में समय नहीं गंवाना चाहते.
जासूसी से बचाव भी एक वजह
सोशल मीडिया से दूरी की एक और बड़ी वजह सुरक्षा से जुड़ी है. 2015 में अमेरिकी व्हिसलब्लोअर एडवर्ड स्नोडेन ने खुलासा किया था कि अमेरिका ने कई देशों के शीर्ष नेताओं के फोन टैप किए थे. इसमें जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल का नाम भी सामने आया था. इस घटना के बाद से माना जाता है कि पुतिन नहीं चाहते कि उनकी जासूसी हो.
यही कारण है कि वे न तो सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं और न ही निजी फोन रखते हैं. पुतिन का सोशल मीडिया से दूर रहना उनकी जीवनशैली, समय प्रबंधन और सुरक्षा रणनीति का हिस्सा है. जहां बाकी नेता सोशल मीडिया के जरिए जनता से जुड़े रहते हैं, वहीं पुतिन इसके बिना भी दुनिया के सबसे चर्चित नेताओं में से एक बने हुए हैं.