UK Migration: ब्रिटेन में प्रवासन (immigration) के मुद्दे पर तनाव चरम पर पहुंच गया है. शनिवार को लंदन की सड़कों पर दक्षिणपंथी कार्यकर्ता टॉमी रॉबिन्सन के नेतृत्व में लाखों लोग सड़कों पर उतरे. इस बीच अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने अपने विवादास्पद बयान से माहौल को और गर्म कर दिया. मस्क ने ब्रिटिश सरकार पर निशाना साधते हुए सत्ता परिवर्तन की मांग की और प्रदर्शनकारियों से कहा, “लड़ो या मरो.”
मस्क का विवादित बयान
एलन मस्क ने दावा किया कि बड़े पैमाने पर प्रवासन ब्रिटेन के लिए संकट बन चुका है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “प्रवासन की वजह से ब्रिटेन का भविष्य खतरे में है. हिंसा की आग अब अपरिहार्य है.” मस्क ने मौजूदा सरकार को तत्काल हटाने और नए चुनाव कराने की मांग की. उनके इस बयान ने प्रदर्शनकारियों में जोश भरा, लेकिन साथ ही इसे उकसाने वाला भी माना जा रहा है.
— Elon Musk (@elonmusk) September 13, 2025
लंदन में उग्र प्रदर्शन
टॉमी रॉबिन्सन, जो कभी इंग्लिश डिफेंस लीग (EDL) से जुड़े थे, ने इस रैली का नेतृत्व किया. प्रदर्शनकारियों ने “हमें हमारा देश वापस चाहिए” जैसे नारे लगाए. कई जगहों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया. कुछ लोगों ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का आंदोलन बताया, लेकिन इसका मुख्य मुद्दा प्रवासन ही रहा.
नेपाल और फ्रांस से तुलना
हाल ही में नेपाल में भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शनों ने वामपंथी सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया. फ्रांस में भी आर्थिक नीतियों के विरोध में हिंसक प्रदर्शन देखे गए. ब्रिटेन का यह आंदोलन भी उसी तरह की अशांति की ओर इशारा कर रहा है. शुरुआत में शांतिपूर्ण रहे ये प्रदर्शन अब हिंसक रूप ले चुके हैं, जिससे सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान और कई लोगों के घायल होने की खबरें सामने आई हैं.
क्या है आगे की राह?
ब्रिटेन में प्रवासन का मुद्दा अब केवल सामाजिक नहीं, बल्कि राजनीतिक संकट का रूप ले चुका है. मस्क जैसे प्रभावशाली लोगों के बयान स्थिति को और जटिल बना रहे हैं. क्या ब्रिटेन में सत्ता परिवर्तन होगा या यह आंदोलन शांत होगा, यह आने वाला समय ही बताएगा.