ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में तेजी से वापस भेजे जा रहे भारतीय, प्रतिदिन लगभग 8 लोग!

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल में सख्त आव्रजन नीतियों के कारण चर्चा में हैं. खासकर भारतीय नागरिकों के निर्वासन में अभूतपूर्व वृद्धि देखी जा रही है, जो बाइडन प्रशासन के समय के मुकाबले तीन गुना अधिक है.

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Deportation of Indians during Trump's second term: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल में सख्त आव्रजन नीतियों के कारण चर्चा में हैं. खासकर भारतीय नागरिकों के निर्वासन में अभूतपूर्व वृद्धि देखी जा रही है, जो बाइडन प्रशासन के समय के मुकाबले तीन गुना अधिक है.

विदेश मंत्रालय (MEA) के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2025 से अब तक 1,703 भारतीयों को अमेरिका से वापस भेजा गया है, जो पिछले साढ़े पांच वर्षों में हुए कुल 7,244 निर्वासनों का लगभग एक चौथाई है.

हर दिन 8 भारतीयों का निर्वासन

ट्रंप के दोबारा सत्ता में आने के बाद से भारतीयों के निर्वासन की दर में तेजी आई है. जहां बाइडन प्रशासन (2020-2024) के दौरान औसतन प्रतिदिन 3 भारतीय डिपोर्ट किए जाते थे, वहीं अब यह संख्या बढ़कर 8 प्रतिदिन हो गई है. केवल साढ़े छह महीनों में 1,703 भारतीयों को वापस भेजा गया है. अमेरिकी विदेश विभाग ने सख्त चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि वीजा नियमों का उल्लंघन करने वालों के वीजा रद्द कर निर्वासन किया जाएगा.

कब और कैसे हुए निर्वासन?

इस साल अब तक 864 भारतीयों को चार्टर और सैन्य उड़ानों के जरिए वापस भेजा गया. विदेश मंत्रालय के मुताबिक, अमेरिकी सीमा शुल्क एवं सीमा सुरक्षा ने 5, 15 और 16 फरवरी को 333 भारतीयों को सैन्य उड़ानों से डिपोर्ट किया. इसके अलावा, 19 मार्च, 8 जून और 25 जून को 231 लोगों को ICE चार्टर उड़ानों से भेजा गया. गृह सुरक्षा विभाग ने 5 और 18 जुलाई को 300 अन्य भारतीयों को वापस भेजा.

सख्त नीतियों पर विवाद

ट्रंप की सख्त आव्रजन नीतियों की कई देशों ने आलोचना की है, लेकिन उनका रुख स्पष्ट है कि अवैध प्रवासियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इससे भारत-अमेरिका संबंधों पर भी असर पड़ सकता है.