ताइवान की नई पहल! बच्चा पैदा करने पर मिलेंगे ₹6 लाख, चीन से 5 गुना अधिक सब्सिडी

ताइवान सरकार ने देश में घटती जन्मदर को बढ़ाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने घोषणा की है कि अब बच्चा पैदा करने के लिए नागरिकों को करीब ₹6 लाख (लगभग 6700 डॉलर) की सब्सिडी दी जाएगी.

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Taiwan Birth Rate: ताइवान सरकार ने देश में घटती जन्मदर को बढ़ाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने घोषणा की है कि अब बच्चा पैदा करने के लिए नागरिकों को करीब ₹6 लाख (लगभग 6700 डॉलर) की सब्सिडी दी जाएगी. यह राशि पड़ोसी देश चीन की तुलना में पांच गुना अधिक है.

इस योजना को जल्द ही कैबिनेट की मंजूरी के बाद लागू किया जाएगा. यह कदम ताइवान की जनसंख्या वृद्धि को बढ़ावा देने और प्रजनन दर में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है.

जन्मदर में गिरावट

ताइवान में पिछले कुछ वर्षों से जन्मदर में लगातार कमी देखी जा रही है. ताइवान की कुल आबादी 2.3 करोड़ है, जिसमें 20% लोग 65 वर्ष से अधिक उम्र के हैं. देश का प्रजनन दर (फर्टिलिटी रेट) मात्र 0.85 है, जो विश्व में सबसे कम में से एक है. यह स्थिति ताइवान के लिए चिंताजनक है, क्योंकि कम जन्मदर भविष्य में श्रमशक्ति और आर्थिक विकास को प्रभावित कर सकती है.

आईवीएफ को प्रोत्साहन

ताइवान के स्वास्थ्य संवर्धन प्रशासन (एचपीए) के महानिदेशक शेन चिंग-फेन ने बताया कि सरकार ने इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) के माध्यम से बच्चा पैदा करने वालों के लिए सब्सिडी को दोगुना करने का फैसला किया है.

पहले इस प्रक्रिया के लिए ₹3 लाख (3330 डॉलर) की सहायता दी जाती थी, जिसे अब बढ़ाकर ₹6 लाख (6700 डॉलर) किया जा रहा है. नई नीति के तहत दूसरे से छठे चक्र तक के उपचार के लिए भी पहले चक्र के समान सब्सिडी दी जाएगी. यह कदम उन दंपतियों के लिए राहत भरा है, जिन्हें आईवीएफ के लिए एक से अधिक चक्र की आवश्यकता होती है.

ताइवान का बड़ा दांव

हालांकि, ताइवान की नई योजना इस राशि से पांच गुना अधिक है. चीन ने 2020 में अपनी 'एक बच्चा नीति' को समाप्त कर जनसंख्या वृद्धि पर ध्यान देना शुरू किया था, क्योंकि उसे 2050 तक युवा आबादी में कमी का डर है. ताइवान की यह पहल न केवल जनसंख्या वृद्धि को बढ़ावा देगी, बल्कि क्षेत्रीय स्तर पर भी उसकी स्थिति को मजबूत करेगी.

ताइवान-चीन तनाव और जनसंख्या नीति

ताइवान और चीन के बीच लंबे समय से तनावपूर्ण संबंध हैं. ताइवान खुद को एक स्वतंत्र राष्ट्र मानता है, जबकि चीन उसे अपने क्षेत्र का हिस्सा मानता है. हाल की एक अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन 2027 तक ताइवान पर कब्जा करने की कोशिश कर सकता है.

इस बीच, ताइवान अपनी रक्षा क्षमता बढ़ाने के लिए अमेरिका से हथियार खरीद रहा है. जनसंख्या वृद्धि की यह नीति न केवल आर्थिक और सामाजिक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी अहम है.

भविष्य की रणनीति

ताइवान में बढ़ती शादी की उम्र और घटती प्रजनन दर ने सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने के लिए मजबूर किया है. सब्सिडी में वृद्धि के साथ-साथ, सरकार को सामाजिक और आर्थिक नीतियों में भी सुधार करना होगा ताकि युवा पीढ़ी को परिवार शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके. यह योजना ताइवान के भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में एक साहसिक कदम है.