IND vs SA: कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेला गया पहला टेस्ट महज तीन दिनों में अपने रोमांचक अंत तक पहुंच गया. लेकिन यह अंत भारतीय टीम के लिए निराशाजनक रहा. साउथ अफ्रीका ने 124 रनों का छोटा सा लक्ष्य भी सफलतापूर्वक बचा लिया और भारत को 30 रन से हराकर दो टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली. इसी के साथ मेहमान टीम ने ईडन गार्डन्स में 53 साल पुराना रिकॉर्ड भी ध्वस्त कर दिया.
ईडन गार्डन्स पर टूटा 53 साल पुराना रिकॉर्ड
1972 में ईडन गार्डन्स पर 192 रन का स्कोर सबसे कम डिफेंड किया गया था. यह रिकॉर्ड पांच दशक से अधिक समय तक कायम रहा, लेकिन साउथ अफ्रीका ने 124 रन का स्कोर बचाकर इतिहास फिर से लिख दिया. मैच की परिस्थितियों, पिच की मदद और अनुशासित गेंदबाजी ने इस उपलब्धि को खास बना दिया.
अगर भारत यह लक्ष्य चेज कर लेता, तो वह अपने ही 21 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ देता, जब उसने कम स्कोर का पीछा कर जीत दर्ज की थी. लेकिन इस बार हालात पूरी तरह अलग रहे. टीम इंडिया दबाव में ढह गई और 100 रन का आंकड़ा भी नहीं छू सकी.
भारत का बल्लेबाजी क्रम हुआ बिखर
लक्ष्य था मात्र 124 रन का कागज पर आसान, लेकिन मैदान पर बेहद मुश्किल. भारतीय टीम पहले से ही कप्तान शुभमन गिल की गैरमौजूदगी का झटका झेल रही थी. इसके बाद दूसरे बल्लेबाज भी टिक नहीं सके. पूरी टीम दूसरी पारी में सिर्फ 93 रन पर सिमट गई. साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों ने लगातार लाइन-लेंथ पर नियंत्रण रखा और भारतीय बल्लेबाजों को गलत शॉट खेलने पर मजबूर किया. यह हार भारतीय टीम के लिए इसलिए भी बड़ी है क्योंकि उसने घरेलू सरजमीं पर 15 साल बाद किसी विदेशी टीम के खिलाफ टेस्ट मैच गंवाया है. इस नतीजे ने टीम इंडिया की तैयारी और मानसिक मजबूती पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.
ऐसे हुआ मैच का फैसला
पूरे टेस्ट मैच में गेंदबाजों ने ही बाजी मारी.
लेकिन यह लक्ष्य भारत के लिए भारी साबित हुआ और टीम 93 रन पर ढेर हो गई.
साउथ अफ्रीका की जीत में गेंदबाजों का अहम योगदान रहा जिन्होंने पहली से लेकर आखिरी सेशन तक भारतीय बल्लेबाजों को दबाव में रखा. वहीं भारत के टॉप और मिडिल ऑर्डर ने निराश किया जिसका खामियाजा टीम को हार की रूप में भुगतना पड़ा. इस जीत के साथ साउथ अफ्रीका ने न सिर्फ ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया, बल्कि सीरीज में मनोवैज्ञानिक बढ़त भी हासिल कर ली है. अब भारत के सामने अगला टेस्ट “करो या मरो” जैसा साबित हो सकता है.