Qatar is the most powerful Arab Nation: कतर एक छोटा सा देश जिसका क्षेत्रफल भारत के त्रिपुरा (10,486 वर्ग किमी) जितना है, यानी लगभग 11,571 वर्ग किलोमीटर, आज विश्व के सबसे धनी और प्रभावशाली देशों में शुमार है. 28 लाख की आबादी वाला यह देश प्रति व्यक्ति आय के मामले में 60,000 से 70,000 डॉलर के बीच है, और इसकी कुल जीडीपी करीब 200 अरब डॉलर है. आइए जानते हैं कि कतर ने कैसे अपनी छोटी सी भौगोलिक सीमाओं को पार कर वैश्विक मंच पर अपनी ताकत स्थापित की.
कतर की आर्थिक रीढ़
कतर के पास दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा प्राकृतिक गैस भंडार है, जो 891 ट्रिलियन क्यूबिक फीट है. यह विश्व के 13% गैस भंडार का प्रतिनिधित्व करता है. रूस और ईरान के बाद कतर इस क्षेत्र में अग्रणी है. देश का नॉर्थ फील्ड गैस प्रोजेक्ट, जो 6,000 वर्ग किमी में फैला है, कतर की अर्थव्यवस्था का आधार है. वर्तमान खपत दर पर यह भंडार 600 साल से अधिक समय तक चल सकता है, जो कतर को दीर्घकालिक आर्थिक स्थिरता प्रदान करता है.
LNG निर्यात में विश्व नेतृत्व
कतर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा लिक्विफाइड नेचुरल गैस (LNG) निर्यातक है. यह अपने गैस उत्पादन का 75% हिस्सा 40 से अधिक देशों को निर्यात करता है. इस व्यापार से कतर को हर साल अरबों डॉलर की आय होती है. कतर की रणनीतिक स्थिति और समुद्री मार्गों तक आसान पहुंच इसे वैश्विक ऊर्जा बाजार में अहम बनाती है.
क्या है भौगोलिक स्थिति
फारस की खाड़ी में स्थित कतर की भौगोलिक स्थिति इसे विशेष सामरिक महत्व देती है. यह स्ट्रैट ऑफ होर्मुज के निकट है, जहां से विश्व का 20% तेल और गैस सप्लाई होती है. तीन तरफ से समुद्र से घिरा होने के कारण कतर के लिए वैश्विक LNG टर्मिनलों तक पहुंच आसान है, जिससे इसका निर्यात व्यापार और मजबूत होता है.
तेल और गैस से सरकारी आय
कतर के पास 25.2 अरब बैरल तेल भंडार भी हैं, जो विश्व के तेल भंडार का 1.5% है. तेल और गैस मिलकर देश की सरकारी आय का 85% हिस्सा योगदान करते हैं. 1970 के दशक में तेल संकट के दौरान कतर ने तेल की कीमतों में उछाल का लाभ उठाया और प्रति व्यक्ति जीडीपी में 1,156% की वृद्धि दर्ज की, जो विश्व रिकॉर्ड है. इसने कतर को गरीब देशों की सूची से निकालकर अमीर देशों में शामिल कर दिया.
वैश्विक मध्यस्थ की भूमिका
कतर ने अपनी तटस्थ कूटनीति और आर्थिक ताकत के दम पर मध्य पूर्व का 'स्विट्जरलैंड' का दर्जा हासिल किया है. इसने इजराइल-हमास संघर्ष और रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे वैश्विक विवादों में मध्यस्थ की भूमिका निभाई. कतर में मध्य पूर्व का सबसे बड़ा अमेरिकी सैन्य अड्डा भी है, जो इसकी सामरिक ताकत को और बढ़ाता है.
पर्यटन और सॉफ्ट पावर
कतर ने तेल और गैस से होने वाली आय को बुनियादी ढांचे और पर्यटन में निवेश किया है. 2022 फीफा विश्व कप की मेजबानी इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. इसके अलावा, कतर ओपन टेनिस, फॉर्मूला वन ग्रां प्री और प्रो साइकिलिंग रेस जैसे वैश्विक आयोजनों की मेजबानी कर अपनी सॉफ्ट पावर को बढ़ा रहा है.
कतर अब 2036 ओलंपिक की मेजबानी की दावेदारी भी पेश करने की तैयारी में है. कतर ने अपनी प्राकृतिक संपदा, रणनीतिक स्थिति और कूटनीतिक चतुराई का उपयोग कर छोटे आकार को अपनी ताकत में बदला है. यह देश न केवल आर्थिक रूप से समृद्ध है, बल्कि वैश्विक मंच पर भी प्रभावशाली है.