Houthi threats: यमन के हौथी विद्रोहियों ने शनिवार को एक सख्त बयान जारी करते हुए कहा कि वे रेड सी में सभी अमेरिकी जहाजों और युद्धपोतों को निशाना बनाने के लिए तैयार हैं. हौथी सैन्य प्रवक्ता याह्या सारी ने एक टेलीविजन साक्षात्कार में कहा कि यदि अमेरिका इजरायल के साथ मिलकर ईरान पर हमला करता है, तो हमारी सशस्त्र सेनाएं लाल सागर में अमेरिकी जहाजों को निशाना बनाएंगी.
यह बयान तब आया जब अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु केंद्रों फोर्डो, नतांज, और इस्फहान पर हमले किए. हौथियों ने इसे क्षेत्रीय तनाव को बढ़ाने वाला कदम बताया.
UNSC से की अपील
ईरान ने अमेरिकी हमलों की कड़ी निंदा की और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) से आपातकालीन बैठक बुलाने की मांग की. ईरान के संयुक्त राष्ट्र राजदूत आमिर सईद इरावानी ने कहा कि ये हमले अंतरराष्ट्रीय कानून और UN चार्टर का उल्लंघन हैं. उन्होंने UNSC से अमेरिका को जवाबदेह ठहराने की मांग की. ईरान ने चेतावनी दी कि वह अपने परमाणु कार्यक्रम को जारी रखेगा और जवाबी कार्रवाई का अधिकार सुरक्षित रखता है.
वैश्विक व्यापार पर खतरा
हौथी विद्रोहियों के हमलों का इतिहास रहा है, जिन्होंने नवंबर 2023 से रेड सी में 100 से अधिक जहाजों पर हमले किए, जिससे वैश्विक व्यापार प्रभावित हुआ. विशेषज्ञों का मानना है कि यदि हौथी अपनी धमकी को अंजाम देते हैं, तो स्वेज नहर के माध्यम से होने वाला व्यापार और तेल आपूर्ति गंभीर रूप से बाधित हो सकती है.
मध्य पूर्व में बढ़ता तनाव वैश्विक शांति के लिए खतरा बन रहा है. हौथियों की धमकी और ईरान की जवाबी रणनीति से स्थिति और जटिल हो सकती है. UNSC की बैठक के नतीजे इस क्षेत्र के भविष्य को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण होंगे.