PM Modi in Ghana Parliament: 3 जुलाई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घाना की संसद में एक ऐतिहासिक संबोधन दिया. उन्होंने घाना को लोकतंत्र और साहस का प्रतीक बताते हुए कहा कि यहां होना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. मैं 1.4 अरब भारतीयों की शुभकामनाएं लेकर आया हूं.
पीएम ने घाना को 'सोने की भूमि' करार दिया, जो न केवल प्राकृतिक संसाधनों, बल्कि वहां के लोगों के गर्मजोशी भरे दिलों के लिए भी जाना जाता है. उन्होंने घाना के राष्ट्रीय सम्मान 'ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार' को भारत-घाना की स्थायी मित्रता को समर्पित किया.
भारत: लोकतंत्र की जननी
मोदी ने भारत को लोकतंत्र की जननी बताते हुए कहा कि हमारे लिए लोकतंत्र केवल शासन व्यवस्था नहीं, बल्कि जीवन जीने का तरीका है. उन्होंने प्राचीन वैशाली गणराज्य और ऋग्वेद का जिक्र किया, जिसमें सभी दिशाओं से अच्छे विचारों को अपनाने की बात कही गई है.
भारत की विविधता को ताकत बताते हुए उन्होंने कहा कि 2,500 से अधिक राजनीतिक दल, 22 आधिकारिक भाषाएं और हजारों बोलियां हमारी एकता की शक्ति हैं. इस बयान पर घाना के सांसद आश्चर्य से एक-दूसरे को देखने लगे.
मिठास भरी साझेदारी
पीएम ने हल्क अंदाज में कहा कि हमारी दोस्ती घाना के शुगर लोफ अनानास से भी मीठी है. उन्होंने राष्ट्रपति जॉन महामा के साथ संबंधों को व्यापक साझेदारी तक ले जाने की प्रतिबद्धता जताई. मोदी ने भारत की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा और वैश्विक नवाचार का केंद्र है.
मोदी ने वैश्विक शासन में सुधारों की वकालत की और कहा कि वैश्विक दक्षिण को आवाज देना जरूरी है. उन्होंने भारत और घाना के साझा इतिहास और भविष्य की संभावनाओं पर जोर दिया.