'टबों में भर लो पानी फिर...' पाकिस्तान में बाढ़ के बाद रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ की विवादित सलाह

पाकिस्तान के पंजाब, पाक अधिकृत कश्मीर (POK), और खैबर पख्तूनख्वा (KPK) में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है.

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Pakistan floods: पाकिस्तान के पंजाब, पाक अधिकृत कश्मीर (POK), और खैबर पख्तूनख्वा (KPK) में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. इन क्षेत्रों में बाढ़ के कारण निचले इलाकों के हजारों गांव पानी में डूब गए हैं, जिससे लगभग 25 लाख लोग प्रभावित हुए हैं.

इस साल का मानसून अभूतपूर्व रहा है, जिसने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. सड़कें, घर, और खेत जलमग्न हो चुके हैं, जिससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है.  

ख्वाजा आसिफ का अजीबोगरीब बयान

इस संकट के बीच, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक विवादास्पद बयान दिया है. मंगलवार (2 सितंबर, 2025) को दुनिया न्यूज के साथ बातचीत में उन्होंने लोगों को सलाह दी कि वे बाढ़ के पानी को व्यर्थ बहाने के बजाय टबों और कंटेनरों में स्टोर करें.

उन्होंने कहा, "यह पानी एक आशीर्वाद है. इसे टबों में भरकर रखें और छोटे-छोटे बांध बनाएं." आसिफ का यह बयान तब आया जब बाढ़ प्रभावित लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने लंबे समय के प्रोजेक्ट्स की जगह छोटे बांधों के निर्माण पर जोर दिया.  

NDMA की चेतावनी

पाकिस्तान के नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (एनडीएमए) के अनुसार, जून से शुरू हुई मानसूनी बारिश ने अब तक 854 लोगों की जान ले ली है और 1,100 लोग घायल हुए हैं. चेनाब नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जो मुल्तान तक पहुंच सकता है. पंजाब की नदियों का जलस्तर 5 सितंबर तक चरम पर होगा, जबकि सतलुज नदी का पानी सुलेमानकी और हेड इस्लाम बैराजों की ओर बढ़ रहा है.  

राहत और बचाव कार्य

द डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब के रिलीफ कमीशनर नबील जावेद ने बताया कि 9,99,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. साथ ही, 7,80,000 पशुओं को भी बचाया गया है. सरकार ने 395 राहत शिविर, 392 मेडिकल कैंप, और 336 पशु चिकित्सा शिविर स्थापित किए हैं.  

पाकिस्तान में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है, और रक्षा मंत्री का यह बयान लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है. जहां सरकार राहत कार्यों में जुटी है, वहीं जनता इस प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए जूझ रही है.