Operation Sindoor: भारतीय वायु सेना ने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपनी सैन्य ताकत का शानदार प्रदर्शन किया. जब अमेरिका से इस बारे में सवाल किया गया, तो उसने जवाब में अनभिज्ञता जताई और कहा, "इसके लिए पाकिस्तान सरकार से पूछें." आइए, इस घटनाक्रम को विस्तार से समझें.
ऑपरेशन सिंदूर में भारत की शानदार सफलता
इसके अतिरिक्त पाकिस्तान का एक एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल (AEW&C) विमान और इलेक्ट्रॉनिक इंटेलिजेंस विमान भी भारतीय सेना ने ढेर किया. ये विमान हवाई निगरानी और खुफिया जानकारी जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. भारतीय वायु सेना ने इन विमानों को लगभग 300 किलोमीटर की दूरी से मार गिराया, जो भारत की सैन्य तकनीक और रणनीति की श्रेष्ठता को दर्शाता है.
अमेरिका की प्रतिक्रिया और F-16 की भूमिका
पाकिस्तान के पास वर्तमान में करीब 75 F-16 फाइटर जेट्स हैं, जिनकी देखरेख और तकनीकी सहायता के लिए अमेरिकी टीम वहां तैनात रहती है. यह जवाब कई सवाल खड़े करता है, क्योंकि अमेरिका और पाकिस्तान के बीच विशेष समझौते के तहत इन जेट्स पर 24 घंटे निगरानी रखी जाती है. इससे पहले, 2019 में विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने अपने मिग-21 से एक F-16 को मार गिराया था, जिसे भारत की बड़ी उपलब्धि माना गया था.
भारत की जवाबी कार्रवाई
ऑपरेशन सिंदूर के तहत 8 और 9 मई 2025 की रात को पाकिस्तान ने पश्चिमी सीमा और जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए. भारतीय सेना ने इन हमलों का मुंहतोड़ जवाब देते हुए सभी प्रयासों को विफल कर दिया. यह ऑपरेशन भारत की रक्षा तैयारियों और त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता का जीवंत उदाहरण है.
भारत की सैन्य ताकत का परिचय
ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल भारत की सैन्य शक्ति को प्रदर्शित किया, बल्कि यह भी साबित किया कि भारत किसी भी खतरे का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है. एस-400 सिस्टम की प्रभावशीलता और भारतीय वायु सेना की रणनीतिक कुशलता ने वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को और मजबूत किया है.