Accusations against Trump at UN: संयुक्त राष्ट्र महासभा में इस बार एक बड़ा विवाद उस वक्त सामने आया जब कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर आपराधिक जांच की मांग कर दी. पेट्रो ने कहा कि ट्रंप को कैरिबियन सागर में जहाजों पर हमले का आदेश देने के लिए न्यायिक प्रक्रिया का सामना करना चाहिए. इन हमलों में 12 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें से कई को कोलंबियाई नागरिक बताया जा रहा है.
पेट्रो ने दावा किया कि यह हमला वेनेजुएला के समुद्री क्षेत्र में हुआ था, जहां अमेरिकी सेना ने कम से कम तीन नौकाओं को निशाना बनाया. मारे गए लोगों में ज्यादातर गरीब और निहत्थे युवा थे, जो बेहतर भविष्य की तलाश में थे. पेट्रो ने इस घटना को मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया और मांग की कि इस पूरे ऑपरेशन के लिए ज़िम्मेदार अमेरिकी अधिकारियों पर आपराधिक कार्यवाही शुरू की जाए, जिसमें ट्रंप भी शामिल हैं.
माफी नहीं ये धमकी दी
इस मुद्दे पर ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र के मंच से कोई खेद नहीं जताया, बल्कि अपनी बात को और आक्रामक तरीके से सामने रखा. उन्होंने ड्रग्स तस्करी के खिलाफ लड़ाई को तेज करने का ऐलान करते हुए कहा, "जो अमेरिका में ड्रग्स लाएंगे, हम उन्हें मिटा देंगे." ट्रंप ने इन हमलों को ड्रग माफिया के खिलाफ अभियान का हिस्सा बताया.
रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप के आदेश पर अमेरिका ने दक्षिणी कैरिबियन क्षेत्र में आठ युद्धपोत और एक पनडुब्बी तैनात की है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह इस क्षेत्र में वर्षों में सबसे बड़ी सैन्य गतिविधि है, जिससे वेनेजुएला पर आक्रमण की आशंका और भी गहरी हो गई है.
कोलंबिया-अमेरिका संबंधों में दरार
वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने ट्रंप पर सत्ता पलटने की साजिश रचने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि अमेरिका की आक्रामक नीति के चलते हज़ारों नागरिक अब मिलिशिया में भर्ती हो रहे हैं ताकि देश की सुरक्षा को मजबूत किया जा सके. यह विवाद ऐसे समय पर सामने आया है जब कोलंबिया और अमेरिका के रिश्तों में खटास बढ़ रही है. हाल ही में अमेरिका ने कोलंबिया को ड्रग युद्ध में विश्वसनीय सहयोगी की मान्यता देने से इनकार कर दिया, हालांकि आर्थिक प्रतिबंधों से परहेज किया गया.