Nimisha Priya: यमन के नागरिक तलाल अब्दो महदी की हत्या के मामले में दोषी ठहराई गई निमिषा के लिए अब कोई रास्ता नहीं बचा है. तलाल के भाई अब्दुल फतह महदी ने यमन के अटॉर्नी जनरल को पत्र लिखकर सजा को तुरंत लागू करने की मांग की है. परिवार ने स्पष्ट रूप से ब्लड मनी स्वीकार करने से इनकार कर दिया है, जिससे निमिषा की माफी की उम्मीदें धूमिल हो गई हैं.
अब्दुल फतह का पत्र
अब्दुल ने अपने पत्र में कहा कि निमिषा को 2020 में मौत की सजा सुनाई गई थी, जिसे 2023 में राजनीतिक परिषद ने पत्र संख्या 177 के तहत अनुमोदित किया. 2025 में सजा की तारीख भी तय हो चुकी थी, लेकिन ब्लड मनी की चर्चाओं के चलते इसे टाला गया.
अब्दुल ने जोर देकर कहा कि यह देरी न्याय के खिलाफ है और क़िसास (प्रतिशोध) के तहत तलाल के लिए इंसाफ की मांग की. उन्होंने कहा, “मेरे भाई का खून कोई व्यापारिक वस्तु नहीं है, जिसे खरीदा जा सके.”
ब्लड मनी पर अड़ियल रुख
तलाल का परिवार ब्लड मनी लेने को तैयार नहीं है. अब्दुल ने कहा कि निमिषा ने हत्या के बाद जो किया, वह अक्षम्य है. परिवार का मानना है कि निमिषा के समर्थकों की कोशिशें व्यर्थ हैं, क्योंकि उनका अपराध माफी के लायक नहीं है.
निमिषा के लिए अब क्या?
यमन कानून में ब्लड मनी ही सजा माफी का एकमात्र रास्ता है, लेकिन परिवार की असहमति के बाद यह विकल्प बंद हो चुका है. अब यमन सरकार सजा को लागू करने का अंतिम फैसला लेगी. पहले 16 जुलाई की तारीख तय थी, लेकिन नई तारीख की घोषणा बाकी है. ग्रांड मुफ्ती अबूबकर, जो निमिषा को बचाने में सक्रिय थे, अब असहाय नजर आ रहे हैं.