अहमदाबाद विमान हादसे की नई जानकारी आई सामने, भारतीय पायलट संघ ने अमेरिकी मीडिया की कड़ी निंदा की

उन्होंने इस रिपोर्ट को गलत और भ्रामक बताते हुए इसके खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी. रंधावा ने कहा कि रिपोर्ट में यह नहीं कहा गया कि ईंधन नियंत्रण स्विच पायलट की गलती से बंद हुआ. यह दावा पूरी तरह निराधार है.

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Indian Pilots Association: भारतीय पायलट संघ (FIP) ने वॉल स्ट्रीट जर्नल की हालिया रिपोर्ट की कड़ी निंदा की है, जिसमें अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे के लिए पायलटों की गलती को जिम्मेदार ठहराने का दावा किया गया. FIP के अध्यक्ष सीएस रंधावा ने कहा कि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट में कहीं भी पायलटों की गलती का उल्लेख नहीं है.

उन्होंने इस रिपोर्ट को गलत और भ्रामक बताते हुए इसके खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी. रंधावा ने कहा कि रिपोर्ट में यह नहीं कहा गया कि ईंधन नियंत्रण स्विच पायलट की गलती से बंद हुआ. यह दावा पूरी तरह निराधार है.

हादसे की प्रारंभिक जांच 

एएआईबी की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, एयर इंडिया की उड़ान संख्या एआई171, जो बोइंग 787 ड्रीमलाइनर थी, के उड़ान भरने के तुरंत बाद, दोनों ईंधन नियंत्रण स्विच 'रन' से 'कट ऑफ' स्थिति में चले गए। कॉकपिट में पायलटों के बीच हुई बातचीत में, एक पायलट ने पूछा कि आपने ईंधन क्यों बंद किया? जिस पर दूसरे ने जवाब दिया कि मैंने ऐसा नहीं किया। हालाँकि, रिपोर्ट में यह स्पष्ट नहीं किया गया कि यह जानबूझकर या अनजाने में किया गया था।

TCMA खराबी की जांच की मांग

रंधावा ने 2019 में हुए ANA NH985 हादसे का हवाला देते हुए थ्रॉटल कंट्रोल मालफंक्शन एकॉमोडेशन (TCMA) की गहन जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि बोइंग ने इस खराबी पर कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके कारण इस तरह की घटनाएं दोहराई जा सकती हैं. उन्होंने जांच समिति में पायलटों, इंजीनियरों और हवाई सुरक्षा विशेषज्ञों को शामिल करने की मांग भी की.

पायलटों का अनुभव और विश्वसनीयता

इस दुर्घटना में शामिल दोनों पायलट, कैप्टन सुमित सभरवाल (15,638 घंटे उड़ान का अनुभव) और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर (3,403 घंटे का अनुभव), बेहद अनुभवी थे. रंधावा ने भारतीय पायलटों की विश्वसनीयता का बचाव करते हुए कहा कि वे दुनिया भर में सर्वश्रेष्ठ पायलटों में से हैं.

एफआईपी ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय से जाँच समिति का पुनर्गठन करने और निष्पक्ष जाँच सुनिश्चित करने की अपील की है. रंधावा ने लोगों से आग्रह किया कि वे जल्दबाज़ी में कोई निष्कर्ष न निकालें और पूरी जाँच का इंतज़ार करें.