बिलावल भुट्टो की पार्टी का बड़ा यू-टर्न, इमरान खान की रिहाई की उठी मांग

Demand for the release of Imran Khan: पाकिस्तान की सियासत में बड़ा मोड़ तब आया जब पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के वरिष्ठ नेता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील चौधरी ऐतजाज अहसान ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के पक्ष में खुलकर बयान दिया.

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Demand for the release of Imran Khan: पाकिस्तान की सियासत में बड़ा मोड़ तब आया जब पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के वरिष्ठ नेता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील चौधरी ऐतजाज अहसान ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के पक्ष में खुलकर बयान दिया. ऐतजाज ने कहा कि इमरान पर लगाए गए सारे आरोप झूठे हैं और उन्हें तुरंत जेल से रिहा किया जाना चाहिए. यह बयान इसलिए अहम है क्योंकि अब तक बिलावल भुट्टो की पार्टी ने इमरान को लेकर चुप्पी साध रखी थी.

ऐतजाज अहसान का बयान क्यों खास है?

चौधरी ऐतजाज अहसान न केवल पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ वकील हैं, बल्कि बार एसोसिएशन के पूर्व प्रमुख भी रह चुके हैं. वे पीपीपी की सर्वोच्च इकाई के सदस्य हैं और लंबे समय से पार्टी के कानूनी मामलों का चेहरा माने जाते हैं. ऐतजाज के जरदारी परिवार से पुराने रिश्ते हैं और पार्टी की नीतियों पर उनका बड़ा प्रभाव रहता है. ऐसे में उनका इमरान के पक्ष में आना पाकिस्तान की सियासत में नए समीकरणों की ओर इशारा करता है.

पाकिस्तान की सियासत में उठे बड़े सवाल

ऐतजाज का यह बयान उस समय आया है जब पाकिस्तान की राजनीति में दो अहम चर्चाएं गर्म हैं. 

  1. जरदारी बनाम सेना का खेल- कयास लगाए जा रहे हैं कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को हटाकर आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर को राष्ट्रपति बनाया जा सकता है. हालांकि सेना ने इन खबरों का खंडन किया है, लेकिन शहबाज शरीफ और मुनीर की नज़दीकियों ने सियासी हलचल बढ़ा दी है. इससे जरदारी अलग-थलग पड़ते दिख रहे हैं.
  2. गठबंधन की चर्चाएं – दूसरी ओर पंजाब और सिंध में पीपीपी के किसी अन्य पार्टी के साथ गठबंधन की खबरें भी जोर पकड़ रही हैं. हालांकि इस पार्टी का नाम अभी सामने नहीं आया है, लेकिन ऐतजाज के बयान को इसी रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है.

इमरान खान की जेल बदली जा सकती है

इसी बीच सरकार ने इमरान खान को आदियाला जेल से हटाकर कासिम बाजार स्थित एक विशेष सेल में शिफ्ट करने की योजना बनाई है. यह स्पेशल सेल पाकिस्तान सैन्य मुख्यालय से महज़ 2 किलोमीटर की दूरी पर है. सूत्रों के अनुसार, इस सेल में इमरान पर सेना की कड़ी निगरानी रहेगी और सुरक्षा के लिए 40 जवानों की तैनाती की जाएगी.

गौरतलब है कि इमरान खान पिछले दो सालों से आदियाला जेल में अपनी पत्नी बुशरा बीबी के साथ बंद हैं. सरकार का यह कदम उनकी सुरक्षा के बहाने सियासी दबाव की रणनीति के तौर पर भी देखा जा रहा है.

आगे क्या हो सकता है?

इमरान खान के खिलाफ लंबे समय से चल रहे मुकदमों और आरोपों को लेकर पाकिस्तान की राजनीति में उथल-पुथल जारी है. अब जबकि बिलावल भुट्टो की पार्टी से ही उनके समर्थन में आवाज़ उठी है, तो यह सवाल उठ रहा है कि क्या आने वाले दिनों में पीपीपी और पीटीआई के बीच कोई नया राजनीतिक समीकरण बन सकता है.

ऐतजाज अहसान का बयान न सिर्फ इमरान के लिए राहत की उम्मीद जगाता है बल्कि यह भी संकेत देता है कि पाकिस्तान की राजनीति में अभी कई और अप्रत्याशित मोड़ देखने को मिल सकते हैं.