यूरोप में गर्मी का कहर! फ्रांस में 41°C का रिकॉर्ड टूटा, इटली में बाहर निकलने पर रोक

यूरोप इस समय भीषण गर्मी की चपेट में है. पेरिस का मशहूर आइफिल टॉवर, जो हमेशा पर्यटकों से गुलज़ार रहता है, अब गर्मी से बचने की जुगत में लगे लोगों का ठिकाना बन गया है.

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Europe heat 2025: यूरोप इस समय भीषण गर्मी की चपेट में है. पेरिस का मशहूर आइफिल टॉवर, जो हमेशा पर्यटकों से गुलज़ार रहता है, अब गर्मी से बचने की जुगत में लगे लोगों का ठिकाना बन गया है. तापमान 41°C को पार कर चुका है, जिसके चलते टॉवर का ऊपरी हिस्सा दो दिनों के लिए बंद करना पड़ा. फ्रांस की मौसम एजेंसी ने पेरिस समेत 15 क्षेत्रों में रेड अलर्ट जारी किया है. इटली, स्पेन, ग्रीस और पुर्तगाल भी इस लू की मार से अछूते नहीं हैं. 

इटली में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी

फ्रांस के मार्से शहर में तापमान 41.3°C तक पहुंचा, जो इस हीटवेव का सर्वाधिक रिकॉर्ड है. पर्यावरण एजेंसी के अनुसार, जून 2025 अब तक का दूसरा सबसे गर्म जून रहा. इटली में गर्मी ने रोमांटिक गर्मियों की छवि को धूमिल कर दिया.

लाज़ियो, सिसली और पुग्लिया जैसे क्षेत्रों में दोपहर में बाहर काम करने पर पाबंदी है. स्पेन के सेविले में 42°C और ग्रीस में 40°C के करीब तापमान ने जंगलों में आग भड़का दी. लंदन में विंबलडन टूर्नामेंट का पहला दिन रिकॉर्ड गर्मी में दर्ज हुआ. 

जलवायु परिवर्तन की भूमिका

EU की Copernicus Climate Change Service के मुताबिक, जून में दो भीषण हीटवेव ने यूरोप को झुलसाया. यह जून अब तक के पांच सबसे गर्म जून में शुमार हो सकता है. मौसम वैज्ञानिकों ने ‘हीट डोम’ को इसका कारण बताया, जो उत्तरी अफ्रीका की गर्म हवाओं को दक्षिणी यूरोप में खींच लाया.

शहरी क्षेत्रों में कंक्रीट की अधिकता से ‘अर्बन हीट आइलैंड’ प्रभाव बढ़ा है. विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि जलवायु परिवर्तन के चलते गर्मी से होने वाली मौतें इस सदी के अंत तक तीन गुना बढ़ सकती हैं.